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बैरकपुर: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को झटका देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अब स्थानीय निकायों पर भी कब्जा शुरू किया है। हाल में भाजपा में शामिल हुए सौरभ सिंह को उत्तरी 24 परगना जिले के भाटपारा नगर निगम के अध्यक्ष सोमनाथ ठाकुर के स्थान पर नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी का इस निगम पर भी कब्जा हो गया है। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद भी भाजपा ने तृणमूल को कई झटके दिये हैं। भाजपा ने तृणमूल के कुछ विधायकों तथा 50 से अधिक निगम एवं वार्ड पार्षदों को पार्टी में शामिल कर लिया है।

सौरभ सिंह भाजपा के बैरकपुर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह के रिश्तेदार हैं। अर्जुन के पुत्र पवन सिंह भाटपारा क्षेत्र के विधायक हैं। पवन ने तृणमूल के मंत्री मदन मित्रा को उस सीट पर हुए 19 मई के उपचुनाव में हराया था। पैंतीस सदस्यीय भाटपारा नगर निगम बोर्ड के 26 पार्षदों ने सौरभ के पक्ष में वोट डाले। बोर्ड हालांकि अभी 33 सदस्यीय ही है क्योंकि एक सदस्य का निधन हो चुका है, जबकि पूर्व अध्यक्ष अर्जुन सिंह लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर नए आरोप लगाए हैं। ममता ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल के बारे में झूठी खबरें फैला रही है। टीएमसी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेगी। लोकतंत्र बचाओ, हमें ईवीएम नहीं चाहिए, बैलेट पर लौटो। ईवीएम पर एक तथ्य खोज समिति बननी चाहिए। ममता ने पार्टी के विधायकों और राज्य के मंत्रियों से चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की पराजय को लेकर हुई बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि हमें लोकतंत्र बचाना है। हम मशीन नहीं चाहते, हमारी मांग है कि कागज के मतपत्र वाले युग की वापसी हो। हम एक आंदोलन प्रारंभ करेंगे और यह बंगाल से शुरू होगा।

उन्होंने कहा कि मैं सभी विपक्षी 23 राजनीतिक दलों से कहूंगी कि वे साथ आएं और बैलैट पेपर की वापसी की मांग करें। अमेरिका जैसे देश में भी ईवीएम पर प्रतिबंध लगा हुआ है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए धन, बाहुबल, संस्थाओं, मीडिया और सरकार का इस्तेमाल किया है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा बार-बार 'जय श्री राम का इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति में मिला रही है। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, “जय सिया राम, जय रामजी की, राम नाम सत्य है आदि के धार्मिक और सामाजिक निहितार्थ हैं। लेकिन भाजपा धार्मिक नारे जय श्री राम को अपनी पार्टी के नारे के तौर पर गलत तरीके से इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति से मिला रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी खास नारे के किसी रैली या पार्टी के कार्यक्रम में इस्तेमाल किये जाने पर कोई आपत्ति नहीं है। “हम दूसरों पर...इस धार्मिक नारे के जबरन प्रवर्तन का सम्मान नहीं करते।”

तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि नफरत की विचारधारा के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया जा रहा है, जिसका विरोध किया जाना चाहिए। बनर्जी ने कहा, “हिंसा और तोड़फोड़ के जरिये नफरत की विचारधारा को जानबूझ कर बेचने का प्रयास किया जा रहा है जिसका निश्चित रूप से विरोध किया जाना चाहिए है।”

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनावों में हार का सामना करने वाली तृणमूल कांग्रेस के जख्मों पर नमक छिड़कते हुए भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ''जय श्री राम" लिखा दस लाख पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय किया है। पश्चिम बंगाल से भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह ने मीडिया से कहा, ''हमने मुख्यमंत्री के आवास पर 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय किया है जिन पर 'जय श्रीराम लिखा होगा।" तृणमूल कांग्रेस के विधायक रह चुके सिंह आम चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे।

उन्होंने यह बात भाजपा कार्यकर्ताओं के समूह पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किये जाने के बाद कही जो उस स्थान के बाहर प्रदर्शन के दौरान 'जय श्रीराम' के नारे लगा रहे थे जहां तृणमूल कांग्रेस के नेता बैठक कर रहे थे। तृणमूल कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता उत्तर 24 परगना जिले के कांचरापाडा में एकत्रित हुए थे ताकि पार्टी के उन कार्यालयों को फिर से वापस लेने की रणनीति बनायी जा सके जिन्हें कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं ने ले लिया है। कांचरापाडा सिंह के बैरकपुर संसदीय क्षेत्र के तहत आता है।

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