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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पिछले एक साल में राजनीतिक हिंसा में मारे गए 40 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों को बृहस्पतिवार को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी। भाजपा ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं पर चुनाव में हिंसा करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने राजनीतिक हिंसा में कम से कम 80 कार्यकर्ताओं के मारे जाने का आरोप लगाया। तृणकां ने आरोप का खंडन किया है।

पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने मीडिया को बताया कि हिंसा में मारे गये भाजपा के 42 कार्यकर्ताओं के परिजनों को प्रधानमंत्री के शपथग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है। भाजपा नेता मुकुल रॉय ने कहा कि पार्टी ने उनका ट्रेन टिकट बुक कराया है और व्यक्तिगत रूप से उन्हें सूचना दी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे उन शहीदों के प्रति एक सम्मान का भाव है जो पार्टी के लिए काम करने के दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के गुंडों द्वारा की गई हिंसा में मारे गए।’’

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में जाने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। ममता बनर्जी ने यह फैसला उस खबर के बाद लिया है, जिसमें कहा गया है कि भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा में 54 लोगों की मौत हुई है। बता दें कि ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण संवैधानिक और औपचारिक होता है, इसलिए वे इस कार्यक्रम में शामिल होंगी। मगर अब उन्होंने इसमें जाने से इनकार कर दिया है।

टीएमसी प्रमुख और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की मेरी योजना थी, हालांकि एक घंटे पहले तक मेरा प्लान था कि समारोह में जाऊंगी मगर मैं मीडिया रिपोर्ट देख रही हूं जिसमें बीजेपी दावा कर रही है कि बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा में 54 लोग मारे गए। यह झूठ है। मैं मजबूर हूं कि मैं समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी। उन्होंने एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें लिखा है, 'शुभकामनाएं नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। संवैधानिक निमंत्रण को स्वीकार कर शपथ ग्रहण समारोह में आने का मेरा प्लान था।

कोलकाता: लोकसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस को दो विधायकों और करीब 50 पार्षदों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने कैबिनेट में फेरबदल किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी द्वारा किए गए इस मंत्रिमंडल की फेरबदल में शुवेंदु अधिकारी को सिंचाई और परिवहन मंत्रालय, सोमेन माहापात्र को स्वास्थ्य एंव पर्यावरण मंत्रालय और राजीव बनर्जी को आदिवासी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।

17 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं

दरअसल, आज दिन में टीएमसी के दो विधायक और सीपीएम के एक विधायक ने भाजपा का दामन थामा। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में इऩ विधायकों के अलावा करीब 50 से अधिक पार्षदों ने भी भाजपा ज्वाइन किया। इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी की तानाशाही की वजह से टीएमसी के लोग भाजपा में आ रहे हैं।

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच चल रही तनातनी के बीच एक बड़ी खबर आई है। प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जाने पर हामी भरी है। शपथ ग्रहण समारोह 30 मई को शाम 7 बजे होना है। इसमें देश-विदेश के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत को लेकर ममता बनर्जी ने कहा, मैंने इस संबंध में दूसरे मुख्यमंत्रियों से बात की है। चूंकि यह एक समारोह है इसलिए हमने इसमें जाने का फैसला किया है। मैं वहा जाऊंगी।

ममता बनर्जी का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब मंगलवार को ही टीएमसी के दो विधायक और 50 पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। ये सभी दिल्ली पहुंचे थे और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। इन सभी ने भाजपा मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ली। इनमें सबसे बड़ा नाम रहा टीएमसी छोड़ भाजपा में आए बड़े नेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय का। मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय अपने पिता के साथ भाजपा हेडक्वार्टर पहुंचे थे।

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