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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भाजपा की राह आसान नहीं दिख रही है। भले ही गृह मंत्री अमित शाह राज्य का दौरा कर रहे हैं। परंतु भाजपा की जमीन तलाशने की कोशिश सफल होती नहीं दिख रही है। अब ऐसे में भाजपा को दार्जीलिंग में एक बड़ा झटका लगा है। क्योंकि यहां नगर निगम के 17 पार्षद भाजपा को छोड़कर वापस गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीएमएम) में शामिल हो रहे हैं। 

बता दें कि ये सभी पार्षद 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे। इस मामले में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रमुख बिमल गुरुंग ने कहा है कि वह 2021 में भाजपा को छोड़कर टीएमसी का समर्थन करेंगे। गुरुंग ने कहा कि हम 17 साल तक एनडीए के साथ थे, लेकिन भाजपा ने प्रतिबद्धताएं पूरी नहीं कीं।

बता दें कि बिमल गुरंग 2017 में कथित तौर पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा एक पुलिसकर्मी की हत्या के बाद लापता हो गए थे। ऐसे में बंगाल पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। इसके अलावा उनके खिलाफ यूएपीए के तहत भी मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद अचानक से वह कोलकाता में नजर आए थे।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को केन्द्र सरकर पर आरोप लगाया कि वह राज्य सरकार में काम कर रहे आईपीएस अधिकारियों को धमका रही है कि अगर उन्होंने उसके निर्देशों का पालन नहीं किया तो उन्हें आयकर या सतर्कता से संबंधित मामलों में फंसाया जा सकता है या फिर उनकी पत्नियों का कहीं और तबादला किया जा सकता है। उन्होंने भाजपा नीत केन्द्र सरकार का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि उसकी एजेंसियां स्थानीय प्रशासन को बताए बगैर राज्य के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी कर रही हैं। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने केन्द्र सरकार से 'लक्ष्मण रेखा' पार न करने और संवैधानिक दायित्व निभाने को कहा। 

उन्होंने कहा, 'अगर पुलिस अधिकारी उनकी (केन्द्र सरकार की) नहीं सुन रहे तो वे उन्हें आयकर या सतर्कता संबंधी मामलों में फंसाने या उनकी पत्नियों का कहीं और तबादला करने की धमकी दे रहे हैं। हमने ऐसी राजनीति कभी नहीं देखी।' बनर्जी ने राज्य के सचिवालय में प्रशासनिक समीक्षा बैठक में कहा, 'मैं आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को आश्वस्त करती हूं कि इसे लेकर चिंतित न हों। चूंकि आप राज्य की सेवा कर रहे हैं, इसलिये राज्य सरकार भी आपको सेवा प्रदान करने के लिये तैयार है।'

बांकुरा: केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दो दिनों के पश्चिम बंगाल दौरे पर हैं। आज वे बांकुरा पहुंचे हैं। यहां उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित की। वे यहां भाजपा संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के साथ आदिवासी के घर भोजन करेंगे। माना जा रहा है कि शाह का यह दौरा अगले साल राज्य में होने वाले चुनाव की तैयारियों की शुरुआत है।

राज्य पहुंचकर उन्होंने कहा, 'कल रात से मैं बंगाल में हूं। जहां भी मैं गया, इसी प्रकार का उत्साह और ताकत दिखाई पड़ती है। एक तरफ ममता सरकार के खिलाफ भयंकर जन आक्रोश दिखाई पड़ता है। दूसरी ओर नरेंद्र मोदी जी के प्रति एक आशा और श्रद्धा दिखती है कि बंगाल में परिवर्तन मोदी जी के नेतृत्व में ही आ सकता है।'

शाह ने कहा, 'गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों को लाभ पहुंचाने वाली मोदी सरकार की 80 से अधिक योजनाएं पश्चिम बंगाल में जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच रही हैं और यह समय बदलाव लाने का है। मैं यह आश्वासन दे सकता हूं कि आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनने जा रही है।'

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच में ही ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने अगले लक्ष्‍य-बंगाल की ओर से कदम बढ़ा दिया है। सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से जो लोग इस राज्‍य में इस समय शुरुआत में ही ध्यान केंद्रीत किये हुए हैं, वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। शाह, जिन्‍हें बिहार चुनाव की गर्मी और धूल से दूर रखा गया है, इस सप्ताह गुरुवार और शुक्रवार को बंगाल का दौरा करेंगे। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बंगाल में पार्टी के संगठनात्‍मक ढांचे को ठीक करने पर ध्‍यान देंगे।

पार्टी के बंगाल ढांचे में उस समय नाराजगी के सुर उभरे जब वरिष्‍ठ नेता राहुल सिन्‍हा को राष्‍ट्रीच सचिव पद से हटा दिया और तृणमूल कांग्रेस के मुकुल रॉय और अनुपम हाजरा जैसे पूर्व नेताओं को पद दिए गए। मुकुल रॉय को एक समय बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी में नंबर दो की हैसियत हासिल थी, को भाजपा का राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष बनाया गया है। कुछ सप्‍ताह से बंगाल में शीर्ष भाजपा नेताओं के बीच खींचतान जारी है। शाह की यात्रा को इस तनातनी को खत्‍म करने और टीम बंगाल को इलेक्‍शन मोड में लाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।

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