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सतगछिया: पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के किसी भी नेता में उन पर आरोप लगाने के लिए उनका नाम लेने तक का साहस नहीं है और वे सब 'भाईपो' या 'भतीजा' जैसे सांकेतिक शब्द का इस्तेमाल करते हैं। ममता के भतीजे और तृणमूल युवा कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने दावा किया कि जब भी उन्हें निशाना बनाया गया, वे उन नेताओं को अदालत में ले गए। अभिषेक ने कहा कि सभी दलों- भाजपा, कांग्रेस और माकपा के हमले का केंद्र ‘भाईपो’ है, लेकिन वे नाम नहीं ले सकते, वे अभिषेक बंदोपाध्याय (बनर्जी) का नाम नहीं ले सकते।

डायमंड हार्बर से दो बार के सांसद ने अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यहां तक कि प्रधानमंत्री तक में ऐसा करने का साहस नहीं है, न ही भाजपा के अन्य नेताओं में। यह दावा करते हुए कि प्रधानमंत्री ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले डायमंड हार्बर में भाजपा की रैली के दौरान कहा था, "भतीजे की बत्ती गुल होने वाली है।"

कोलकाता: अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को झटका लग सकता है। ममता सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आज सुबह त्याग पत्र सौंपा दिया और उसकी एक कॉपी राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी भेजी। अधिकारी ने परिवहन और सिंचाई मंत्री के रूप में पद छोड़ दिया है, लेकिन तृणमूल विधायक बने हुए हैं क्योंकि उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। फिर भी, मंत्रिमंडल से उनका इस्तीफा उन्हें पार्टी से बाहर निकलने में बड़ी भूमिका अदा कर सकता है।

नंदीग्राम के विधायक ने पिछले दो से तीन महीनों से तृणमूल के भीतर अपने असंतोष का कोई भेद नहीं बताया है, उन्होंने पार्टी और कैबिनेट की बैठकों में जाना छोड़ दिया था। यहां तक की उनकी कई रैलियों में, मुख्यमंत्री के, तृणमूल के झंडे, बैनर या तस्वीर नहीं दिखे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसके बारे में कभी भी बात नहीं की है। लेकिन पार्टी में ममता बनर्जी के भतीजे और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी को दी गई प्रमुखता से दुखी हैं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस सरकार को बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खास माने जाते रहे और तृणमूल कांग्रेस के ताकतवर नेता शुभेंदु अधिकारी ने नाराजगी की खबरों के बीच हुगली रिवर ब्रिज कमीशन चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे टीएमसी से उनकी बगावत की अटकलों को मजबूती मिली है। तृणमूल कांग्रेस ने सांसद कल्याण बनर्जी को नया चेयरमैन नियुक्त कर दिया है।

शुभेंदु ने ऐसे समय पर इस्तीफा दिया है जब उनके पाला बदलने को लेकर अटकलें लग रही हैं। ममता बनर्जी के सबसे करीबी माने जाने वाले दिग्गज टीएमसी नेता शुभेंदु अधिकारी करीब 20 सीटें पर अच्छा प्रभाव रखते हैं। राजनीतिक गलियारों में कई दिनों से चर्चा है कि पूर्वी मिदनापुर जिले से आने वाले शुभेंदु अधिकारी टीएमसी से नाराज चल रहे हैं और ऐसे में वह पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा में भी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल, शुभेंदु अपना सियासी पत्ता नहीं खोल रहे हैं। 

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। ममता ने दावा किया कि भाजपा बाहरी लोगों की पार्टी है और राज्य में उनका कोई स्थान नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वह बंगाल को कभी भी ‘दंगा प्रभावित गुजरात’ नहीं बनने देंगी।

ममता ने आश्चर्य जताया कि देश की सीमा पर स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह क्यों चुनावों में इतने व्यस्त हैं। ममता ने कहा कि उन्होंने अपने करियर में कभी भी ऐसा गृह मंत्रीनहीं देखा है।

ममता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल में बाहरी लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। जो लोग सिर्फ चुनावों के दौरान राज्य में आते हैं और राज्य की शांति को बाधित करने की कोशिश करते हैं, उनका कोई स्वागत नहीं है। 

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