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कोलकाता: चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल में चार पुलिस अधिकारियों को हटाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को आयोग पर हमला बोलते हुए कहा कि वह विपक्ष के 'शिकायतों के सिंडिकेट' के इशारे पर ऐसा कर रहा है। ममता ने कहा, 'उन्हें कोई काम नहीं है। कुछ दिन पहले उन्होंने दो ओसी (लाभपुर और मयूरेश्वर पुलिस थानों के प्रभारी) को हटाया था। अब उन्होंने एक बार फिर गुरुवार को अधिकारियों को हटा दिया है। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि 'शिकायतकर्ताओं के सिंडिकेट' की समस्या क्या है। क्या ओसी मतदान करते हैं या आईसी मतदान करने जाते हैं? मतदान करने प्रदेश के लोग जाते हैं।' ममता ने नादिया जिले में एक चुनावी रैली में कहा, 'वे एक अधिकारी के खिलाफ दूसरे को खड़ा कर रहे हैं। वे माकपा, भाजपा और कांग्रेस के कहने पर अच्छे अधिकारियों को हटा रहे हैं।' चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ ने गुरुवार को अपने बंगाल दौरे में कई आदेश जारी किए।

रानाघाट: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भी चुनाव आयोग के खिलाफ अपना रुख बरकरार रखते हुए कहा कि वह जो चाहे करेंगी और जो चाहे कहेंगी और पुलिस अधिकारियों के तबादले से उनकी पार्टी की चुनावी संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आदर्श चुनाव आचार संहिता के कथित उल्लंघन पर चुनाव आयोग की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी होने के एक दिन बाद ममता ने नादिया जिले में चुनावी सभाओं में कहा, 'मैं जो चाहे करूंगी और जो चाहे कहूंगी। अगर कोई मुझे धमकाएगा तो मैं चिंघाड़ूंगी। पुलिस अधिकारियों के तबादले से हमारी (तृणमूल की) चुनावी संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा, हम सियासत में धमकियों पर यकीन नहीं करते।' मुख्यमंत्री ने दावा किया कि चुनाव आयोग अकारण ही पुलिस अधिकारियों का तबादला कर रहा है, लेकिन पुलिस के कुछ आईसी और ओसी के तबादले से बाकी एकताबद्ध होंगे। 'सभी पुलिस अधिकारी हमारे लोग हैं।' ममता ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग सिर्फ विपक्ष प्रायोजित ‘सिंडिकेटों' की शिकायत पर कार्रवाई कर रहा है और पुलिस अधिकारियों का तबादला कर रहा है।

सूरी (पश्चिम बंगाल): चुनाव आयोग के कारण बताओ नोटिस पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आयोग को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ललकारा और कहा कि राज्य के लोग 19 मई को उससे कारण पूछेंगे। 19 मई को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे। ममता ने सूरी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'अभी सुना कि उन्होंने (चुनाव आयोग ने) मुझे कारण बताओ नोटिस जारी किया है, क्योंकि मैंने कहा था कि मैं इंच दर इंच देखूंगी। मुझे जो अच्छा लगा मैंने कहा। मैं फिर कहूंगी, हजार बार कहूंगी करोड़ों बार कहूंगी, आपको (आयोग को) जो करना हो कर लीजिए।' इससे पहले चुनाव आयोग ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को नया जिला आसनसोल बनाने और उनकी दूसरी टिप्पणियों के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बहरहाल, ममता ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस इसलिए जारी किया, क्योंकि उन्होंने यह टिप्पणी की थी कि वह चुनाव के बाद प्रतिद्वंद्वी पार्टियों से मुकाबला करेंगी। तृणमूल प्रमुख ने कहा, 'आप मेरे खिलाफ क्या करेंगे। आपने मेरे अधिकारी का तबादला कर दिया।

शुजापुर: तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज (बुधवार) उन पर पश्चिम बंगाल में तानाशाही चलाने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ही सिक्के दो पहलू हैं। उन्होने चुनावी सभाओं में कहा, ‘‘बंगाल के लोग केन्द्र एवं ममता सरकार की तानाशाही का सामना कर रहे हैं। ममता ने गरीबों, अल्पसंख्यकों एवं पिछडों से किये गये अपने वादों को पूरा नहीं किया है। हमने उनके वादों पर भरोसा किया था तथा 2011 विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का समर्थन किया था।’’ कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘बंगाल ने ऐसी स्थिति का पहले कभी अनुभव नहीं किया जो अभी देखने को मिल रही है। इसे मोदी सरकार एवं ममता सरकार, दोनों का अधिनायकवादी शासन देखने को मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार देश में सबसे अधिक है जबकि किसानों को उनके उत्पादों की उचित कीमत नहीं मिल रही है। ‘‘गरीब के पास कोई रोजगार नहीं है किन्तु ममता सरकार चिंतित नहीं है।’’ कांग्रेस प्रमुख ने मोदी एवं ममता को एक ही सिक्के का दो पहलू करार देते हुए कहा, ‘‘दोनों मोदी एवं ममता लोगों को झांसा दे रहे हैं।’’

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