ताज़ा खबरें
संसद में अडानी और संभल पर हंगामा,दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

पटना: जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से हाल ही में निष्कासित किए गए नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। पीके ने सवाल पूछा है कि आपके (नीतीश कुमार) 15 साल के शासन के बाद भी बिहार देश के सबसे पिछड़े और गरीब राज्य में क्यों है? इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन पर भी तंज कसा है।

दरअसल, नीतीश कुमार के जन्मदिवस के दिन यानी एक मार्च को पटना के गांधी मैदान में जेडीयू का कार्यकर्ता सम्मेलन था। इसमें उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं पहुंची। इसको लेकर विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा। इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने दावा किया कि हम (एनडीए) इस साल होने वाले चुनाव में 200 से अधिक सीट जीतेंगे। सीट जीतने के दावे और कार्यकर्ता सम्मेलन की भीड़ पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, 'पटना में जेडीयू वर्कर्स की 'भारी भीड़' को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने 200 सीटें जीतने का दावा किया लेकिन यह नहीं बताया कि 15 साल के उनके 'सुशासन' के बावजूद बिहार आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य क्यों है?'

पटना: बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आज सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि जहां तक एनपीआर का सवाल है तो 2010 वाले फॉर्मेट के आधार पर ही एनपीआर बनेगा। इसके लिए हमने विधानसभा में विधेयक भी पास कर दिया है। अपने संबोधन के दौरान नीतीश कुमार ने 15 वर्षों के कार्यकाल के बहाने आरजेडी और कांग्रेस को आईना दिखाना की भी कोशिश की। साथ ही उन्होंने एनडीए की एकजुटता की बात करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए 200 से अधिक सीटें जीतेगी।

नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में अपराध का ग्राफ कम हुआ है। आज बिहार की चर्चा बेहतरी के लिए होती है। एक समय था जब दूसरे राज्यों में बिहार के लोगों को अपमानित होना पड़ता था, लेकिन आज समय बदल चुका है। सीएम ने नीतीश ने आगे कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में सभी की भूमिका अहम होगी और पार्टी की सभी कमेटियां इसमें काम करेंगी। पहले बिहार में 12 फीसदी से अधिक बच्चे स्कूल से बाहर रह जाते थे और आज ये आंकड़ा 1 फीसदी हो गया है। हमारी सरकार ने लड़कियों को कपड़ा, साइकिल दिया तो वो स्कूल जाने लगी।

पटना: बिहार में सत्तारूढ़ जदयू ने विधानसभा परिसर के अंदर मुख्यमंत्री नितीश कुमार और राजद के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ मुलाकात को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगायी जा रही अटकलों को खारिज करते हुए गुरुवार (27 फरवरी) को कहा कि राजद के साथ कोई "नज़दीकियां" नहीं हैं, हम राजग के साथ मजबूती से हैं। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने गुरुवार को कहा कि विपक्ष और सरकार लोकतंत्र के दो पहियों के समान हैं और प्रतिपक्ष के लोगों की मुख्यमंत्री से मुलाकात को अस्वभाविक नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे यह अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए कि यह राजनीतिक मुलाकात है।

मंगलवार (25 फरवरी) को बिहार विधानसभा परिसर स्थित कक्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद ने मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी इन दिनों प्रदेश की यात्रा पर हैं और सरकार के खिलाफ लगातार "विषवमन" कर रहे हैं।

पटना: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने गुरुवार को यहां कहा कि आज सरकार कन्हैया और कमरान को लड़ाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अब देश को तय करना होगा कि वह महात्मा गांधी के साथ चलेगा या वह गोडसे के साथ है। उन्होंने कहा कि उनकी 'जन गण मन यात्रा' किसी को नेता बनाने के लिए नहीं है बल्कि यह जनता और देश के गणतंत्र को बचाने के लिए है। बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार को 'संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ' महारैली में कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार पर जमकर सियासी हमला बोला।

उन्होंने कहा, 'आज एक तरफ भगत सिंह और अंबेडकर को मानने वाले लोग हैं तो दूसरी ओर गोडसे को माननेवाले लोग हैं। इन लोगों ने एक ऐसी टीम बना रखी है जो गोयबल्स को भी फेल कर रही है। इनकी आइटी टीम मोबाइल का इस्तेमाल कर कन्हैया और कामरान को लड़ा रही है।' उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें सिर्फ इसपर अडिग रहना है कि एनपीआर भी वापस होने तक हमें आंदोलन जारी रखना है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख