ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के परिणाम सामने आने के बाद सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसी को लेकर आज पटना में मुख्यमंत्री आवास पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की अहम बैठक खत्म हो गई है। बैठक में नीतीश कुमार को एनडीए के नेता के रूप में चुन लिया गया है। इस बीच कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा इससे पहले नीतीश कुमार जी बिहार में एक अच्छे एनडीए नेता के रूप में उभरे थे। लेकिन इस बार, उसकी संभावना समान नहीं है। भाजपा ने उन्हें कमजोर करने की साजिश की है। अब भले ही वह एनडीए के नेता या मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए हों, किसी और के पास उन्हें नियंत्रित करने के लिए एक रिमोट होगा।

मीटिंग के बाद  नीतीश कुमार सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन पहुंच गए हैं। इसके साथ ही नीतीश कुमार कल 7वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इधर एनडीए की बैठक के दौरान विधानमंडल के नेता के तौर पर सुशील मोदी के नाम का ऐलान किया गया है। हालांकि जो विधानमंडल का नेता होता है औपचारिक तौर पर वही डिप्टी सीएम होता है लेकिन अभी तक उपमुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं की गई है।

पटना: बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनने की तैयारियां चल रही हैं। वहीं इसे लेकर विपक्ष ने उनपर हमला तेज कर दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता मनोज झा ने शनिवार को नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको बहुत कमजोर बहुमत मिला है। उन्होंने दावा किया कि इस तरह की सरकार ज्यादा समय तक नहीं चल पाएगी। वे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे।

मनोज झा ने नीतीश कुमार और एनडीए पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री पर जनता से धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार ने 2017 में महागठबंधन से एनडीए में आकर लोगों के जनादेश को दबाने का प्रयास किया है। बिहार की जनता अब जाग गई है। एनडीए और भाजपा को भी मान लेना चाहिए कि अगर यह बदलाव के लिए जनादेश नहीं होता, तो नीतीश जी राज्य विधानसभा में लगभग 40 सीटें नहीं जीतते। नीतीश कुमार एक बेहद कमजोर बहुमत पर हैं। यह एक तरह से प्रबंधित है। ऐसी प्रबंधित बहुमत वाली सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चलती है।'

पटना: बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर आज एनडीए के विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में विधायक दल के नेता के रूप में निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुना गया है। इस तरह नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नीतीश कुमार सोमवार को 4.30 बजे शपथ लेंगे। वहीं, सुशील मोदी को विधानमंडल का नेता चुना गया है। कयासों पर विराम लगाते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनडीए की बैठक के दौरान यह घोषणा की है। 

बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। नीतीश आज शाम राज्यपाल फागु चौहान से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। वहीं, बताया गया है कि सुशील मोदी ही इस बार बिहार के उपमुख्यमंत्री होंगे।इससे पहले भाजपा और जदयू के विधायक दल की बैठक हुई। कटिहार के चुने गए विधायक तारकिशोर प्रसाद को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। वहीं रेणु देवी को उपनेता के रूप में चुना गया है। इसकी आधिकारिक घोषणा राजनाथ सिंह ने कर दी है। वहीं जदयू की बैठक में नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया। 

पटना: बिहार विधान परिषद की आठ सीटों में से जद(यू), भाजपा एवं भाकपा ने दो-दो सीटों, कांग्रेस ने एक और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य विधान परिषद की इन आठ सीटों के लिए पिछले महीने चुनाव हुआ था। उन्होंने बताया कि बिहार विधान परिषद के शिक्षक एवं स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों की इन चार—चार सीटों के मतगणना का काम बृहस्पतिवार को शुरू हुआ था जो शुक्रवार की देर रात समाप्त हुआ।

जद (यू) के नीरज कुमार एवं देवेश चंद्र ठाकुर, भाजपा के एन के यादव एवं नवल किशोर यादव, भाकपा के केदरानाथ पांडेय तथा संजय कुमार सिंह और कांग्रेस के मदन मोहन झा ने अपना कब्जा बरकार रखा जबकि दरभंगा स्नातक क्षेत्र से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जद (यू) के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी के करीबी दिलीप चौधरी अपनी सीट नहीं बचा पाए और निर्दलीय प्रत्याशी सर्वेश कुमार ने उन्हें पराजित कर दिया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख