पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में निवर्तमान कैबिनेट की बैठक हुई। हालांकि वे अगली व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। वहीं सीएम नीतीश ने राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की भी सिफारिश की। राज्यपाल फागू चौहान ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी मंत्रिपरिषद के त्यागपत्र को स्वीकृति प्रदान करते हुए अगली मंत्रिपरिषद के गठन तक उन्हें पद पर (कार्यवाहक मुख्यमंत्री) बने रहने को कहा । राज्यपाल सचिवालय के बयान से यह जानकारी मिली है ।
राज्यपाल ने विधानसभा को किया भंग
राजभवन सचिवालय के बयान के अनुसार, बिहार मंत्रिपरिषद के निर्णय के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुशंसा पर राज्यपाल ने भारत के संविधान प्रदत्त अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए विधानसभा को आज विघटित कर दिया है।
इससे पहले राज्य कैबिनेट की बैठक में नीतीश कुमार ने सभी मंत्रियों को धन्यवाद दिया। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्रियों के कार्यों को हमेशा याद रखा जायेगा।
बहरहाल, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विधायक दल की संयुक्त बैठक रविवार को होगी, जहां नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता चुना जायेगा । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर शुक्रवार को राजग के चार घटक दलों भाजपा, जदयू, हम , वीआईपी की हुई अनौचारिक बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक के बाद जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘रविवार 15 नवंबर को साढ़े बारह बजे बैठक शुरू होगी और इसमें आगे निर्णय किया जायेगा।’’
गौरतलब है कि भाजपा इस चुनाव में 74 सीट जीत कर राजग में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है जबकि जदयू को 43 सीटें प्राप्त हुई है हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने कुमार को अगला मुख्यमंत्री बनाने पर जोर दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही नीतीश कुमार को सत्तारूढ़ राजग की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था।