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नई दिल्ली: कांग्रेस ने बिहार में एन्सेफिलाइटिस से बच्चों की मौत के मामले पर सोमवार को राज्य सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि आखिर सरकार स्थिति कब संभालेगी? पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ''बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जी बच्चों की मृत्यु से ज्यादा क्रिकेट स्कोर को लेकर चिंतित नजर आ रहे है। सरकार को पता होना चाहिए कि अब तक 126 बच्चों की जान गई है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार स्थिति कब संभालेगी?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, ''यह गंभीर चुनौती है। केंद्र और राज्य सरकार को हर संभव वो प्रयास करने चाहिए जिससे हालात पर काबू पाया जा सके। उन्होंने कहा, ''शासन और प्रशासन की कोताही कहीं न कहीं जरूर है। इसको लेकर पहले से तैयारी रहनी चाहिए थी। अगर पहले से तैयारी रही होती तो शायद बहुत बच्चों की जान बच जाती। बता दें कि बिहार में मस्तिष्क ज्वर सहित अन्य अज्ञात बीमारी से अबतक 130 बच्चों की मौत हो चुकी है।

मुजफ्फरपुर: ‘अज्ञात बुखार’ के कारण पिछले करीब 20 दिनों में बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के कुछ जिलों के लगभग 120 बच्चों की मौत के बाद लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। नाराजगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को यहां के सरकारी एसकेएमसीएच अस्पताल आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को काले झंडे दिखाये गये। लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी सतर्क है और अस्पताल के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।

श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) के अधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने मीडिया को बताया कि एसकेएमसीएच में ‘एईएस’ से पिछले करीब तीन सप्ताह में 85 बच्चों की जान चली गई और यह सिलसिला रुक नहीं रहा है। सोमवार को सुबह इससे प्रभावित 19 बच्चों को भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि सोमवार को भी तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। एम्स पटना से उपचार में मदद के लिए कुछ डॉक्टर आए हैं। छह स्पेशलिस्ट नर्सों को वेंटिलेटर सुविधा के लिए लगाया गया है।

पटना/मुजफ्फरपुर: बिहार में मस्तिष्क ज्वर सहित अन्य अज्ञात बीमारी से अबतक 84 बच्चों की मौत हो चुकी है । इस दौरान हालात का जायजा लेने मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने इस समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्य को सभी संभव तकनीक और आर्थिक मदद का आश्वासन दिया।

हर्षवर्द्धन ने मेडिकल कालेज का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से कहा “मैं इस क्षेत्र के लोगों, विशेष रूप से प्रभावित परिवारों को विश्वास दिलाता हूं कि समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार को सभी संभव आर्थिक और तकनीकी सहयोग देगी ।" उन्होंने इस रोग के कारण इस इलाके में पिछले कई वर्षों से हो रही बच्चों की मौत के मद्देनजर मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल में बीमार बच्चों के लिए वर्तमान की व्यवस्था को अपर्याप्त मानते हुए कहा कि यहां कम से कम सौ बिस्तरों वाला बच्चों का अलग से गहन चिकित्सा कक्ष बनना चाहिए। हर्षवर्द्धन ने कहा कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को अगले साल तक युद्ध स्तर पर इसे तैयार कर लिए कहा गया है।

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाने के सेरना गांव के पास गुरुवार की रात बाइक सवार बेख़ौफ़ अपराधियों ने आरजेडी के दो नेता उमा शंकर प्रसाद राय और सुरेंद्र राय को गोली मार दी। दोनों कांटी के बलहा गांव से उमेश राय की बेटी की शादी से 11 बजे बुलेट से लौट रहे थे। उन्हें बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल में भर्ती कराया है। दोनों की हालत गंभीर बानी हुई है। इस मामले में डीएसपी मुकुल रंजन का कहना है कि दोनों की हालत स्थिर है और पूरे मामले की जांच जारी है। उमाशंकर के पुत्र अजीत कांटी रैक पॉइंट ठेकेदारी से जुड़े हैं। इसलिए पुलिस रैक पॉइंट पर वर्चस्व के विवाद से भी जाेड़कर मामले काे देख रही है।

घटना हत्या की नीयत से ही किए जाने की भी आशंका है। घटना के बाद कई राजद नेता अस्पताल पहुंच गए। दाेनाें बलहा शेरुकाही में एक शादी समाराेह में गए थे और वहां से चुमावन करने के बाद घर लाैट रहे थे। बाइक सुरेंद्र राय ही चला रहे थे। रास्ते में अपराधियाें ने बाइक से पीछा किया ताे सुरेंद्र राय ने अपनी बाइक तेज भगाई। पीछे से अपराधियाें ने पिस्टल से गाेली चला दी।

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