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नई दिल्ली: कांग्रेस ने बिहार में एन्सेफिलाइटिस से बच्चों की मौत के मामले पर सोमवार को राज्य सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि आखिर सरकार स्थिति कब संभालेगी? पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ''बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जी बच्चों की मृत्यु से ज्यादा क्रिकेट स्कोर को लेकर चिंतित नजर आ रहे है। सरकार को पता होना चाहिए कि अब तक 126 बच्चों की जान गई है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार स्थिति कब संभालेगी?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, ''यह गंभीर चुनौती है। केंद्र और राज्य सरकार को हर संभव वो प्रयास करने चाहिए जिससे हालात पर काबू पाया जा सके। उन्होंने कहा, ''शासन और प्रशासन की कोताही कहीं न कहीं जरूर है। इसको लेकर पहले से तैयारी रहनी चाहिए थी। अगर पहले से तैयारी रही होती तो शायद बहुत बच्चों की जान बच जाती। बता दें कि बिहार में मस्तिष्क ज्वर सहित अन्य अज्ञात बीमारी से अबतक 130 बच्चों की मौत हो चुकी है।

उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व इसके आसपास के जिलों में महामारी का रूप ले चुके चमकी बुखार (एईएस) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। 17वें दिन सोमवार को अबतक चार बच्चों की मौत हो चुकी है। चार की मौत एसकेएमसीएच में हुई।

सोमवार को एसकेएमसीएच व केजरीवाल में दर्जनों नए बीमार बच्चे भर्ती किए गए। इससे पहले रविवार को 15 बच्चों की मौत हो गई। 12 की मौत एसकेएमसीएच व तीन मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई। इन दोनों अस्पतालों में 37 नए बीमार बच्चे भर्ती किए गए। एसकेएमसीएच में 19 व केजरीवाल अस्पताल 18 नये मरीज भर्ती कराए गये। चमकी बुखार से अब तक 130 बच्चे की मौत हुई है। इनमें समस्तीपुर के तीन, सीतामढ़ी के दो और वैशाली के पांच मरने वाले बच्चे भी शामिल हैं।

उत्तर बिहार में इस साल यह बीमारी ने मई के दूसरे पखवाड़े में दस्तक दी। 21 मई को तीन बच्चों की मौत हो गई। उसके बाद मौसम में थोड़ी सुधार से स्थिति संभली, मगर एक जून से स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती चली गई। हर दिन मरीज आए, हर दिन मौत। 10 जून को 19 तो 11 जून को 15 बच्चों ने जान गंवा दी। 14 जून को 14 तो 15 जून को 18 बच्चों की मौत हो गई।

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