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नवादा: बाढ़ से जूझ रहे बिहार में एक और आपदा ने 8 मासूमों की जान ले ली। यहां नवादा जिले में शुक्रवार दोपहर बिजली गिरने से इन बच्चों की मौत हो गई, वहीं 9 बच्चे झुलस गए। सभी घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना नवादा के काशीचक इलाके के धानपुर गांव की है। बता दें कि प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया है।

यह घटना तब हुई जब धानपुर गांव में दोपहर करीब 25 बच्चे पेड़ के नीचे खेल रहे थे। इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरी और ये बच्चे उसकी चपेट में आ गए। उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर शोक जताया है। उन्होंने मृतक के परिजनों को आपदा राहत कोष से तुरंत 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने का एलान भी किया है।

बनियापुर(सारण): बिहार के छपरा में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। थाना क्षेत्र के पिठौरी नंदलाल टोला में मवेशी चुराने आए तीन युवकों को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला। बुरी तरह जख्मी मवेशी चुराने आए दो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि तीसरे की मौत इलाज के दौरान सदर अस्पताल छपरा में हो गई। घटना गुरुवार की देर रात की है। ग्रामीणो ने बताया किपिकअप पर सवार तीनों रात्रि के लगभग एक बजे गांव में प्रवेश किए थे। पहले बुधु राम के घर से चार बकरियों को चुराकर पिकअप पर लाद लिया था। ग्रामीणों की कोई सुगबुगाहट नहीं होने पर चोर घर के निकट बंधी भैंस को दोबारा खोलने में लगे थे।

इस बीच घरवाले उनकी आहट सुन कर जग गए और चोर-चोर की शोर करना शुरू कर दिए। शोर सुन कर गांव के लोग जग गये। काफी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। लोगो की भीड़ को आते देख युवक भागने का प्रयास कर रहे थे लेकिन ग्रामीणो ने पीछा कर तीनो को पकड़ कर लाठी डंडे से पिटाई शुरू कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि इन दिनों मवेशी चोरी की घटना क्षेत्र में बढ़ गई है।

पटना: बिहार पुलिस की विशेष शाखा की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारियों के बारे में विवरण एकत्र करने से संबंधित निर्देश को लेकर पूर्व में जारी एक पत्र के बारे में जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल होने पर बुधवार को राज्य में राजनीतिक बवंडर पैदा हो गया। बिहार पुलिस की विशेष शाखा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा बीते 28 मई को लिखे गए पत्र में आरएसएस और उसके 19 सहयोगी संगठनों के जिला स्तर के पदाधिकारियों के नाम, पता, टेलीफोन नंबर और व्यवसाय को लेकर एक रिपोर्ट मांगी गई थी और प्राप्तकर्ताओं को अपनी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर जमा करने के लिए कहा गया था।

हालांकि, बिहार के उप-मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक को विशेष शाखा के आदेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है और शरारत करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार ने बुधवार को कहा कि कई आरएसएस पदाधिकारी के जान को खतरा से संबंधित खुफिया सूचना थी, इसलिए उक्त पत्र तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा संबंधित अधिकारियों को जिलों में भेजा गया था।

पटना: बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 25 लाख 66 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग से सोमवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों- शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार- में 24 लोगों की मौत होने के साथ 25 लाख 66 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। बिहार में बाढ़ से मरने वाले 24 लोगों में सीतामढ़ी में 10, अररिया में 9, किशनगंज में 4 और शिवहर के एक व्यक्ति शामिल हैं।

बिहार के बाढ़ प्रभावित इन 12 जिलों में कुल 196 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां 1,06,953 लोग शरण लिए हुए हैं। उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 644 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है। बाढ़ प्रभावित इलाके में राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमों को लगाया गया है तथा 125 मोटरबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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