पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्य में सूखे से निबटने के लिए अधिकारियों को तैयार रहने को कहा है। मुख्यमंत्री ने सभी किसानों को कृषि इनपुट अनुदान और फसल सहायता योजना का लाभ देने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री आवास पर तकरीबन आठ घंटे तक चली बैठक में सीएम ने सभी विभागों से बारी-बारी से जानकारी ली। जिलाधिकारियों के संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने सूखे की स्थिति में वैकल्पिक फसल के लिए भी योजना बना लेने का निर्देश दिया। वैकल्पिक रोजगार के अवसर पैदा करने के जिलाधिकारियों को टास्क दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 जुलाई को विधानमंडल के सेंट्रल हाल में होने वाली बैठक की तैयारी करें। जल संसाधन विभाग को सभी तालाबों का सर्वे कर उसे उड़ाही करा सोलर पंप सेट से पानी का उपयोग करने को कहा। समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत दर्जन भर विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सीएम अगली बैठक 27 जुलाई को करेंगे। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि इसरो के साथ जल्द ही बिहार सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हो जायेगा, जिससे राज्य के बहुआयामी आपदा जोखिम आकलन में सहायता मिलेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र ने पांच जुलाई से 18 जुलाई के बीच में सामान्य से ज्यादा वर्षा की संभावना जतायी है।
कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार ने इनपुट सब्सिडी के लिए अब तक जारी राशि एवं लाभार्थियों की संख्या की जानकारी दी। वर्षा कम या अधिक होने की स्थिति में वैकल्पिक फसल के लिए बीज की उपलब्धता के संबंध में भी जानकारी दी। सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने फसल सहायता योजना के संबंध में जानकारी दी।
पीएचइडी के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने वर्तमान में भू–जल स्तर की स्थिति की जानकारी दी. गुणवतापूर्ण पानी की उपलब्धता कराने के संबंध में, जीर्ण–शीर्ण चापाकलों को हटाने, सार्वजनिक कुओं के जीर्णोद्धार के लिए बनायी जा रही कार्ययोजना के संबंध में भी उन्होंने सीएम को बताया। पेयजल में होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने मुख्यमंत्री को बताया।