नई दिल्ली: लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमों को वापस लेने के बिहार सरकार के फैसले का हवाला देते हुए भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि इस कदम ने पार्टी के आरोपों को सच साबित किया है कि राजद प्रमुख ‘सुपर मुख्यमंत्री’ हैं और दावा किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। भाजपा के राष्ट्रपति सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘कुमार एक कठपुतली मुख्यमंत्री बन गए हैं। प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि और सत्तारूढ़ गठबंधन के विभिन्न विधायकों पर अपराध के आरोपों के मुद्दों पर उनकी चुप्पी शर्मनाक है।’ हालिया आपराधिक मामलों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राजद-जदयू-कांग्रेस गठबंधन का चुनावी नारा ‘बिहार में बहार हो’ वास्तविकता में ‘अपराधी की बहार हो’ बन गया है।
शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक विधायक पर नाबालिग लड़की के अपहरण का आरोप है, जदयू के विधायक ने पुलिस उपाधीक्षक को धमकी दी है और राजद विधायक पर पुलिसकर्मियों को धमकी देने का आरोप है। उन्होंने अपनी बात पर बल देने के लिए हाल ही में बिहार में हुई हत्या, अपहरण और डकैती की घटनाओं का उदाहरण भी दिया। लालू और उनके दो मंत्री पुत्रों के खिलाफ दर्ज तोड़-फोड़ के मामले को वापस लेने के बिहार सरकार के फैसले को लेकर शर्मा ने उसपर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘भाजपा लगातार कहती रही है कि (लालू) प्रसाद बिहार के सुपर मुख्यमंत्री हैं। यह (मुकदमे वापस लेना) सिर्फ हमारे बातों की पुष्टि करती है।’ पटना की जिला अदालत ने राज्य सरकार के अनुरोध पर बुधवार को लालू प्रसाद के खिलाफ दर्ज मुदकमे को बंद कर दिया।