नई दिल्ली: लोक गायिका शारदा सिन्हा का 72 साल की आयु में निधन हो गया। शारदा सिन्हा ने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली।
उनके निधन के बाद बेटे अंशुमान सिन्हा ने कहा, 'आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं।'
बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। लोक गायिका कैंसर से जूझ रही थीं। उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। शारदा सिन्हा लंबे समय से बीमार थीं, जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। दिग्गज गायिका वेंटिलेटेर पर थीं, जिनका आज रात 9 बजकर 20 मिनट पर सेप्टीसीमिया की वजह से रिफ्रैक्टरी शॉक होने का बाद निधन हो गया।
शारदा सिन्हा को बिहार की 'स्वर कोकिला' भी कहा जाता था। शारदा सिन्हा ने तमाम छठ गीतों को अपनी आवाज दी थी। छठ पर्व के दौरान उनके इस दुनिया से अलविदा लेने से देश में शोक की लहर है।शारदा सिन्हा के पति का हाल ही में ब्रेन हैमरेज से निधन हुआ था। इसके बाद से उनकी तबीयत भी खराब रहने लगी थी।
बीते दिनों उन्हें बोन मैरो कैंसर डिटेक्ट हुआ था। जिसके बाद उनका इलाज एम्स के अंकोलॉजी मेडिकल डिपार्टमेंट में चल रहा था।
पीएम मोदी ने अंशुमान सिन्हा को फोन करके ली थी सेहत की जानकारी
4 नंवबर की शाम को शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल काफी गिर गया था, जिसके बाद से वो वेंटिलेटर पर थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ही शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा से फोन पर बात करके उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली थी।
बिहार के सुपौल जिले में हुआ था जन्म
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 में बिहार के सुपौल जिले के हुलास में हुआ था। उन्होंने बैचलर ऑफ एजुकेशन और म्यूजिक से एमए किया था। उनके पिता सुखदेव ठाकुर शिक्षा विभाग में सीनियर अधिकारी हुआ करते थे। शारदा सिन्हा के पति का नाम ब्रजकिशोर सिन्हा था। हाल ही में ब्रेन हैमरेज से उनकी मौत हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। बेटे का नाम अंशुमान सिन्हा और बेटी का नाम वंदना है।