पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश को गलत कदम ठहराते हुए आरोप लगाया कि केंद्र में बैठे हुए लोग दूसरे दल की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। 67वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पटना जिला के पुनपुन प्रखंड के जट डुमरी पंचायत के सम्मनचक महादलित टोला में आयोजित झंडोत्तोलन समारोह में भाग लेने के बाद अरुणाचल प्रदेश के मामले पर पूछे गए एक प्रश्न पर नीतीश ने कहा कि केंद्र में जो लोग बैठे हुए हैं, वे दूसरे दल की सरकार को बर्दाशत नहीं कर पाते हैं।
सम्मनचक महादलित टोला में अपनी उपस्थिति में महादलित समुदाय के एक बुजुर्ग चंद्रिका से झंडोत्तोलन कराने के बाद नीतीश ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से अरुणाचल प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है, जो बहुत गलत है। उल्लेखनीय है कि अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री नबाम टुकी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी राज्यपाल जेपी राजखोवा के साथ मिलकर राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर कैबिनेट के फैसले को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल जाती है, तो पार्टी अदालत में इसे चुनौती देगी। अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस सेवा दल (एपीसीएसडी) ने भी राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की निंदा की और बीजेपी पर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई राज्य की सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।