पटना: जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) ने शनिवार को अपने विधायक सरफराज आलम को पार्टी से निलंबित कर दिया। एक महिला ने राजधानी एक्सप्रेस में अपने साथ बदसलूकी करने का केस आलम पर दर्ज कराया था। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आरोपी विधायक पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। इससे पहले पुलिस ने महिला के साथ कथित तौर पर बदसलूकी के मामले में पूछताछ के लिए जदयू विधायक सरफराज आलम को उपस्थित होने का नोटिस जारी किया इस मामले में विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रेलवे पुलिस अधीक्षक पी एन मिश्रा ने कहा, ‘हमने मामले में पूछताछ के लिए विधायक को कल शाम पांच बजे तक जीआरपी पटना के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है।’
उन्होंने बताया कि विधायक को व्हाट्सएप के जरिये सम्मन नोटिस भेजा गया है। इसके अलावा जोकीहाट पुलिस स्टेशन के जरिए उनके पैतृक स्थान पर भी नोटिस भेजा गया है। उन्होंने कहा कि एक जांच टीम शिकायतकर्ता और संबंधित ट्रेन के अधीक्षक के बयान दर्ज करने के लिए मुगलसराय और नयी दिल्ली गयी थी। यह टीम लौट आयी है। शिकायतकर्ता के अनुसार यह घटना 17 जनवरी को हुयी जब राजद सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के पुत्र और जदयू विधायक आलम ने ट्रेन में दंपति के साथ बदसलूकी की। अगले दिन पटना जीआरपी में उनके खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। विधायक पर बिना टिकट यात्रा करने और नशे में होने का आरोप है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ट्रेन अधीक्षक साहेब सिंह ने अपने बयान में कहा कि आलम उस दिन राजधानी एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा कर रहे थे। आलम ने कहा कि उन्हें अब तक इस संबंध में कोई नोटिस नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं और न्यायपालिका का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस आरोप के पीछे ‘उच्चस्तरीय साजिश’ है। इस बीच सत्तारूढ़ जदयू और राजद ने विधायक से दूरी बनाए रखी। प्रदेश जदयू प्रमुख बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि पार्टी भी इस मामले में जांच कर रही है और अगर उनके खिलाफ शिकायत सही हुयी तो कार्रवाई शुरू की जाएगी। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा, ‘अगर जोकीहाट विधायक जांच में दोषी पाए जाते हैं तो जदयू को विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।' प्रसाद के ज्येष्ठ पुत्र और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ज्यादा आलोचनात्मक दिखे और उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसे व्यक्ति को सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए।’