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हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

भोपाल: मध्य प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच राज्य के 28 में से 20 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार की योजना के तहत मंत्रियों के इस्तीफे लिए गए हैं। नाराज विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि आठ मंत्री बेंगलुरू में हैं। मुख्यमंत्री कमल नाथ की अध्यक्षता में सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रियों ने अपने सामूहिक त्यागपत्र मुख्यमंत्री को सौंपें। मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सियासी संकट के बीच सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। कांग्रेस के विधायक दल की बैठक मंगलवार शाम को होनी है।

कांग्रेस के उमंग श्रृंगार ने कहा कि सभी 20 मंत्री जो यहां थे, उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है। अब मुख्यमंत्री राज्य मंत्रिमंडल का पुनर्गठन कर सकते हैं। हम सब एक साथ हैं। सिंधिया भी कांग्रेस के साथ हैं। कांग्रेस के एक अन्य नेता पीसी शर्मा ने दावा किया है कि सरकार बची हुई है और पूरे 5 साल चलेगी। उन्होंने कहा, "बैठक में मौजूद सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सीएम कमलनाथ को सौंप दिया है। हमने उनसे राज्य मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करने का अनुरोध किया और भाजपा की ओर से बनाई परिस्थितियों से निपटने के लिए कहा है।

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार पर एक बार फिर से सियासी संकट के बादल छा गए हैं। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्या सिंधिया गुट के छह मंत्रियों समेत 17 विधायक बेंगलुरु पहुंचे हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस के लापता विधायक बिसाहूलाल रविवार को भोपाल पहुंचे थे और कमलनाथ से मुलाकात की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु पहुंचने वाले मंत्रियों में इमरती देवी, प्रद्युमन सिंह तोमर, गोविंद सिंह राजपूर और महेन्द्र सिंह सिसोदिया शामिल हैं। इन मंत्री और विधायकों को बेंगलुरु के आउटस्कर्ट इलाके के रिसॉर्ट में ठहराया गया है।

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी विधायक एवं पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह रविवार शाम को भोपाल पहुंचे और मुख्यमंत्री निवास में कमलनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद एक फोटो भी सामने आया, जिसमें बिसाहूलाल सिंह, मुख्यमंत्री और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ दिखायी दिए। अभी दो विधायक हरदीप सिंह डंग और रघुराज कंसाना भी पिछले एक सप्ताह से 'लापता' हैं। डंग ने तो विधानसभा की सदस्यता से अपना त्यागपत्र भी कथित तौर पर भेज दिया है। कमलनाथ से मुलाकात के बाद बिसाहूलाल सिंह ने पत्रकारों से कहा कि वे 'तीरथ' करने गए थे। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि किसी ने उन्हें बंधक बनाया था।

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के हालिया राजनीति घटनाक्रम और राज्यसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा कि सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि मैंने उनसे वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की है और मैं उनके सुझावों का पालन करूंगा। सूत्रों का कहना है कि करीब 20 मिनट तक चली सोनिया और कमलनाथ की मुलाकात के दौरान राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के संदर्भ में मुख्य रूप से चर्चा हुई। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अंबिका सोनी ने भी सोनिया से मुलाकात की।

मंत्रिमंडल में फेरबदल के आसार

मध्य प्रदेश के सियासी संकट को खत्म करने की मुहिम को कांग्रेस ने तेज कर दिया है। इसके लिए पार्टी ने असंतुष्ट विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह देने का मन बनाया है। इसके साथ ही कई मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर करने की तैयारी है। बीते एक सप्ताह से चल रहे सियासी घमासान ने सरकार की स्थिरता पर सवाल खड़े किए हैं।

भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “सत्तालोलुप नेताओं ने राज्य के गौरवशाली इतिहास और वैभवशाली विरासत को कलंकित करने की कोशिश की है। राज्य में बीते पांच दिनों से सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की चर्चाएं जोरों पर हैं।

इसी को लेकर शनिवार (7 मार्च) को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ब्लॉग में लिखा है, “मैं यह कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि सत्ता की लोलुपता भाजपा के नेताओं को इस कदर नैतिक पतन की ओर ले जाएगी कि वे प्रदेश के नागरिकों के प्रजातंत्रीय निर्णय की ही सौदेबाजी करने लगेंगे। आज सचमुच भाजपा नेताओं के इस अशोभनीय आचरण ने मध्यप्रदेश के गौरवशाली इतिहास और वैभवशाली विरासत को कलंकित करने की कोशिश की है।” राज्य के ताजा घटनाक्रम को लेकर उन्होंने लिखा है, “मैं हतप्रभ हूं कि भाजपा को आखिर इस कदाचरण की प्रेरणा मिली कहां से है? क्या ये लोग उन माफियाओं से प्रेरित हैं, जिन्हें मैं जड़ से मिटा देना चाहता हूं?

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