भोपाल: मध्य प्रदेश में भले ही कमलनाथ सरकार पर राजनीतिक संकट टल गया हो लेकिन कांग्रेस और भाजपा नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी है। शनिवार को भाजपा विधायक संजय पाठक का बांधवगढ़ स्थित एक रिसॉर्ट के एक हिस्से को जिला कलेक्टर की मौजूदगी में राजस्व अमले द्वारा अतिक्रमण बताकर गिरा दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक और मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री संजय पाठक ने कहा है कि मुझ से बदला लिया जा रहा है। मुझ पर बहुत दबाव है और भाजपा छोड़ने और मुझे कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है। अगर मैं ऐसा नहीं करता हूं तो मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की जाएगी। मेरी जान को लगातार खतरा है। मैं मर जाऊंगा लेकिन भाजपा कभी नहीं छोड़ूंगा। पाठक ने शुक्रवार को जारी एक वीडियो कहा था कि उनकी जान को खतरा है। इस संबंध में पूछे जाने पर पाठक ने कहा था कि गुरुवार रात उनके साथ कुछ घटना घटी है। वे इसकी तह तक जा रहे हैं और वक्त आने पर इसका खुलासा करेंगे।
भाजपा विधायक ने कहा कि उनके भरोसे वाला सुरक्षा कर्मचारी को भी हटा लिया गया है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे गुरुवार रात मुख्यमंत्री निवास नहीं पहुंचे और न ही मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनकी मुलाकात हुई। उन्होंने यह भी कहा कि एक वर्ष के दौरान उनकी किसी भी विधायक से खरीद फरोख्त को लेकर बातचीत नहीं हुई।
पाठक ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के उनके संबंध में दिए गए बयान को लेकर कहा कि सिंह उम्र में काफी बड़े हैं। उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। एक अन्य सवाल में पाठक ने कहा कि उनके परिवार में खदानों का व्यवसाय दशकों पुराना है। राजनीति में आने के बाद खदानें हासिल नहीं कीं। बल्कि जब 2014 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा, तबसे उन्होंने सभी व्यवसाय छोड़ दिए हैं।
मौजूदा राजनैतिक घटनाक्रम के बीच उनकी खदानों को बंद किए जाने संबंधी खबरों पर उन्होंने कहा कि उनका व्यापार बंद करने से सबसे अधिक वे प्रभावित हुए हैं, जिनको इनसे रोजगार मिला हुआ है। ऐसे एक हजार से अधिक लोग हैं।भाजपा विधायक के रिसॉर्ट का एक हिस्सा अतिक्रमण बताकर तोड़ा गया
भाजपा विधायक के रिसॉर्ट का एक हिस्सा अतिक्रमण बताकर तोड़ा गया
मानपुर तहसीलदार विनयमूर्ति शर्मा ने बताया कि बांधवगढ़ ताला स्थित एक रिसॉर्ट के समीप खसरा नम्बर 321 के 2 एकड़ 38 डिसमिल भूभाग जो की राजस्व की भूमि है। उस पर अवैध कब्जा किया जा कर गेहूं की फसल बोने के साथ भूमि पर अवैध गेट, बाउंड्रीबाल आदि बनाया गया था। उन्होंने बताया कि नोटिस उपरांत सुबह कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी की उपस्थिति में भूमि पर से बेजा कब्जा हटाने की कार्रवाई की गई। यह रिसार्ट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संजय पाठक के परिवार का बताया गया है। राज्य में चल रही सियासी उठापटक के बीच उनका नाम भी चर्चाओं में था।