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मुंबई: मुंबई के उरण में नौसेना बेस के पास स्कूली बच्चों द्वारा हथियारों से लैस 5 संदिग्ध लोगों के देखे जाने की खबर है, जिसके बाद नेवी हाई अलर्ट पर है। बता दें कि उरण में भारतीय नौसेना के आयुद्ध भंडार है। खबरों के मुताबिक, इस आयुद्ध भंडार के पास छात्रों ने सबुह करीब 7 बजे पांच हथियारबंद लोगों को देखा था। इन लोगों ने काले कपड़े पहन रखे थे और अपने चेहरे ढक रखे थे। इसके बाद छात्रों ने पुलिस को इनकी सूचना दी। सूत्रों के मुताबिक, छात्रों ने बताया कि वे लोग वे लोग किसी दूसरी भाषा में बात कर रहे थे, उसमें से वे 'ओएनजीसी' और 'स्कूल' ही समझ सके। सूत्रों ने बताया कि नौसेना इस सूचना को बेहद गंभीरता से ले रही है। नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, 'हम इस वक्त ऐसी किसी सूचना को हल्के में नहीं ले सकते'। पुलिस और आतंक रोधी दस्ते को अलर्ट कर दिया गया है। इसके अलावा एयरफोर्स को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस संबंध में कोलाबा पुलिस ने टोल फ्री नंबर- 022852885 जारी किया है, जिस पर आप संदिग्धों से जुड़ी किसी भी तरह की सूचना दे सकते हैं। गौरतलब है कि उरण मुंबई से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां साल 2008 में समुद्र के रास्ते आए 10 आतंकियों ने शहर के कई अहम स्थलों पर हमला कर 166 लोगों की जान ले ली थी। यह इलाका नौसेना के अहम जवाहरलाल नेहरू पोर्ट और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र जैसे अहम स्थलों के बेहद करीब है। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के उरी में रविवार को हुए आतंकी हमले के बाद देश में सुरक्षा व्यवस्था पहले ही अलर्ट पर है।

मुंबई: केंद्र और महाराष्ट्र की सत्ता में भाजपा की अहम साझेदार शिवसेना ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि उरी हमले के जवाब में केंद्र सरकार अब क्या कदम उठाने जा रही है। शिवसेना ने पाकिस्तान को बेशर्म देश करार देते हुए यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय निंदा से इस पड़ोसी देश पर कोई असर नहीं पड़ने वाला और इससे ‘बदला’ लेना चाहिए। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे एक संपादकीय में कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाएगा और हमारे सैनिकों को मारने के बाद उसे यूं ही नहीं छोड़ा जाएगा, लेकिन उन्हें यह स्पष्ट करने की जरूरत है कि आखिर वह कौन सा कदम उठाने जा रहे हैं। पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भी उन्होंने ऐसे ही बयान दिए थे।’ पार्टी ने कहा कि पठानकोट हमले के बाद मोदी ने पाकिस्तान से बदला लेने और दुनिया के सामने उसका असली चेहरा बेनकाब करने की बातें कही थीं, लेकिन जल्द ही सब कुछ भुला दिया गया। शिवसेना ने कहा, ‘हमने उन्हें उनके शामिल होने के सबूत दिए थे, लेकिन हमारा मखौल उड़ाया गया। यदि प्रधानमंत्री दोबारा वही सब करना चाहते हैं तो उन्हें अब कड़े बयान नहीं देने चाहिए।’ पार्टी ने कहा, ‘हर कोई जानता है कि पाकिस्तान आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश है। उसे ऐसा घोषित करने में हम अपना वक्त क्यों बर्बाद करें? देश की अर्थव्यवस्था पहले से खस्ताहाल है और वह अनुदानों पर टिका है। उस पर वित्तीय प्रतिबंध लगाकर हमें क्या हासिल होगा? यह सच है कि उसका असली चेहरा बहुत पहले ही दुनिया के सामने आ चुका है । उसे और बेनकाब करने की क्या जरूरत है?’

नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार को अंतरिम राहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आज (बुधवार) राज्य में डांस बारों के संचालन और लाइसेंस के नियमन वाले नये कानून के क्रियान्वयन पर रोक से इंकार तो किया लेकिन इसके कुछ प्रावधानों पर सवाल भी उठाए। सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार के उस आदेश को बचकाना बताया जिसमें डांस बार में शराब पर पाबंदी, सीसीटीवी कैमरा लगाने और रात 11:30 बजे बार को बंद करने की बात कही गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने शराब परोसने और बार से सीसीटीवी कैमरा हटाने की इजाजत के साथ बार को रात 1:30 तक खोलने की अनुमति भी दे दी है।सुप्रीम कोर्ट ने तीन डांस बारों को अनुमति दी जिन्हें राज्य प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देश और पुराने नियमों के तहत संचालन जारी रखने के लिए लाइसेंस मंजूर किया गया था। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति सी नागप्पन की पीठ ने संक्षिप्त सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र होटल, रेस्तरां और बार रूम में अश्लील नृत्य रोकथाम एवं वहां कार्यरत महिला गरिमा संरक्षण अधिनियम 2016 के कुछ प्रावधानों पर सवाल किये।

मुंबई: मुस्लिम परिवार को कथित तौर पर फ्लैट देने से इनकार करने के लिए पड़ोस के वसई में एक को-ऑपरेटिव आवासीय सोसाइटी के नौ सदस्यों को आज सुबह गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। वसई में माणिकपुर थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय मजिस्ट्रेट की अदालत में आरोपियों को पेश किया गया और उन्हें जमानत मिल गयी। अधिकारी ने बताया कि उन पर आईपीसी की धारा 295 (ए) (धार्मिक भावनाएं आहत करने) के तहत मामला दर्ज किया गया।

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