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जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जयपुर में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान हमेशा हम सबपर अपना स्नेह बरसाता रहा है। यहां शक्ति और भक्ति का संगम है। राजस्थान सदियों से देश को प्रेरणा देता रहा है। बीते चार सालों में दोगुनी गति से विकास के पथ पर बढ़ा है। केंद्र और राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही हैं। मुझे 2100 करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास करने का अवसर मिला है। ये सारे प्रोजेक्ट जीवन को सुगम बनाने वाले हैं। चार वर्ष पहले की स्थिति आप भूले नहीं होंगे। किन परिस्थितियों में वसुंधरा जी को सरकार की बागडोर मिली थी वह भूलना नहीं चाहिए। नेताओं के नाम पर पत्थर जड़ने की होड़ थी।
पीएम मोदी ने कहा कि अब विकास का काम हो रहा है। न चीजें अटकती हैं, न लटकती हैं और न ही भटकती हैं। हमारा एक ही एजेंडा रहा है. वह है विकास। पीएम मोदी ने कहा कि अब सभी जानते हैं कि कौन सी योजनाएं हैं और कैसे उसका लाभ लिया जा सकता है। सरकारी मशीनरी पर जनता जनार्दन का दबाव पैदा हुआ है। अफसरों को अब दौड़ना पड़ रहा है। बीते चार वर्षों में जो योजनाएं बनी हैं उनके केंद्र में गरीब, किसान, माताएं-बहनें और वंचित हैं। सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य पर काम कर रही है। हमारी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेगी।
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जयपुर: आश्रम में नाबालिग से बलात्कार के दोषी संत आसाराम बापू ने अपनी सज़ा के लिए मीडिया ट्रायल को कसूरवार ठहराया है। सोमवार को आसाराम ने अपनी उम्रकैद की सजा के खिलाफ अपील दायर कर उसे खारिज करने की मांग की है। आसाराम के वकील निशांत बोरा ने कहा- “हमने राजस्थान हाईकोर्ट में स्पेशल कोर्ट के पोक्सो की धारा के तहत सुनाई गई सजा के खिलाफ अपील की है, जिसमें आसाराम को दोषी करार देते हुए मौत तक जेल के अंदर रखने का आदेश दिया गया था।”
गौरतलब है कि स्पेशल कोर्ट (पोक्सो एक्ट) ने तहत 25 अप्रैल को आसाराम को मौत तक उम्रकैद की सजा सुनाई है। आसाराम पर साल 2013 में जोधपुर के पास मनई गांव में नाबालिग से बलात्कार का संगीन आरोप है। अदालत ने इस केस में दो अन्य को भी दोषी ठहराते हुए 20-20 साल की सज़ा और एक-एक लाख रूपये का जुर्माना लगाया था। आसाराम की अपील में यह कहा गया है कि ट्रायल कोर्ट ने अपने फैसले में कई चीजों को नजरअंदाज किया है।
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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने लंबे समय से चल रही मशक्कत के बाद राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी को राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। शुक्रवार को प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर सैनी का नाम फाइनल हुआ। मदनलाल सैनी को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गुट का माना जाता है। मदनलाल सैनी मूल रूप से सीकर जिले की मालियों की ढाणी के रहने वाले हैं। मदनलाल सैनी झुंझुनूं के गुढ़ा (उदयपुरवाटी) विधानसभा से विधायक रहे हैं। इसके बाद इन्होंने झुंझुनूं लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ा, लेकिन बहुत कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
सैनी जनसंघ के समय से राजनीति में सक्रिय है। पूर्व में भारतीय मजदूर संघ से जुड़कर काम किया। भाजपा प्रदेश महामंत्री, अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष रहे। सैनी वर्तमान में भी भारतीय जनता पार्टी की अनुशासन समिति का काम देख रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी की जिम्मेदारी भी इनके पास है। मदनलाल सैनी को मार्च के महीने में राजस्थान से राज्यसभा की 3 सीटों के लिए हुए चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित किया गया था। इस दौरान उनके साथ किरोड़ी लाल मीणा एवं भूपेन्द्र यादव भी निर्विरोध निर्वाचित हुए थे।
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जयपुर: राजस्थान के श्रम विभाग के आयुक्त ने एक परिपत्र जारी कर विभाग के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को गरिमामय पोशाक शर्ट और पैंट में आने को कहा है। विभाग के अधिकारियों,कर्मचारियों को जींस और टीशर्ट में नहीं आने को कहा गया है क्योंकि ऐसे कपड़े पहनना कार्यालय की गरिमा के खिलाफ हैं। श्रम आयुक्त गिरिराज सिंह कुशवाहा ने बीते 21 जून को इस आशय का परिपत्र जारी किया था, उसके बाद कर्मचारी यूनियन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
विभाग की ओर से जारी परिपत्र मे कहा गया है कि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को अक्सर जींस और टीशर्ट, तथा अन्य अशिष्ट पहनावे में देखा गया, जो विभाग की गरिमा के विरुद्ध है। इसलिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से विभाग की गरिमा बनाए रखने के लिए यह उम्मीद की जाती है कि कार्यालय में पैंट और शर्ट (गरिमामय पोशाक) में आएं। आयुक्त ने इसे न्यायसंगत बताते हुए कहा कि यह कार्यालय की गरिमा बनाए रखने के लिए जरूरी था।
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