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जयपुर: इस साल के अंत में जिन चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उनमें एक राजस्थान भी है। लेकिन यहां चुनाव से पहले ही भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पार्टी के दिग्गज नेता और वसुंधरा सरकार में मंत्री रहे घनश्याम तिवारी ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने नई पार्टी में जाने की घोषणा कर दी। इस पार्टी को अभी दो दिन पहले ही चुनाव आयोग ने मान्यता दी थी। दरअसल ये संगठन पहले घनश्याम तिवाड़ी ही चलाते थे। इसे अब पार्टी का दर्जा मिल चुका है। घनश्याम तिवारी हमेशा ही राजस्थान में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विरोधी माने जाते रहे हैं। अब घनश्याम तिवारी के संगठन भारत वाहिनी का राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकरण हो गया है।

विधायक के पुत्र और भारत वाहिनी के संस्थापक अध्यक्ष अखिलेश तिवारी के अनुसार चुनाव आयोग ने भारत वाहिनी को गत बुधवार को राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत कर लिया है। पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में सभी दो सौ सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा की मुश्किल ये है कि घनश्याम तिवारी राज्य में भाजपा का बड़ा चेहरा रहे हैं। ऐसे में वह भाजपा के ही वोट बैंक को नुकसान पहुंचाएंगे। अब तक वह पार्टी के अंदर रहकर वसुंधरा का विरोध करते रहे, लेकिन अब वह दूसरी पार्टी से भाजपा के खिलाफ ताल ठोकेंगे।

जोधपुर: राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार आपातकाल के दौरान देश की जेलों में रहे लोकतंत्र सेनानियों के हित में नियमों को और सरल करने के प्रयास करेगी। राजे आज जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज सभागार में लोकतंत्र सेनानियों के समागम को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान सीआरपीसी की धारा 107, 116 एवं 151 के तहत देश की जेलों में कम से कम एक महीने जेल में रहे बंदियों के बारे में आने वाले समय में उचित निर्णय लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने राजस्थान के मूल निवासी जो आपातकाल के दौरान राज्य से बाहर की जेलों में रहे उन्हें भी पेंशन एवं भत्ते देने का निर्णय लिया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार शीघ्र ही लोकतंत्र सेनानियों के हित में नियमों को और सरल करने के प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान कायम रखते हुए उनके लिए पेन्शन योजना लागू की हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान मीसा एवं डीआईआर बंदियों को पेंशन नियम 2018 में संशोधन कर इस योजना का नाम राजस्थान लोकतंत्र सेनानी निधि नियम 2018 किया।

जोधपुर: स्वयंभू बाबा दाती मदन के एक आश्रम में रहने वाली 600 महिलाओं के फरार होने की अफवाहों के बीच सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग (डीओएसजेई) और बाल कल्याण समिति की एक टीम ने राजस्थान के पाली जिले के अलावास गांव में आश्रम का दौरा किया। टीम के सदस्यों ने करीब छह घंटे आश्रम में बिताए और आश्वासन बाल ग्राम संस्थान में रहने वालों से जुड़े दस्तावेजों की जांच की। डीओएसजेई के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने पाया कि संस्थान में कुल 709 लड़कियों का नामांकन है। लेकिन वर्तमान में वहां 236 मौजूद हैं।’’

उन्होंने कहा कि शाम तक 54 और लड़कियां आश्रम में पहुंचीं क्योंकि गर्मी की छुट्टियों के बाद कल से कक्षाएं शुरू होने वाली हैं। इससे पहले बलात्कार के आरोप में फरार चल रहे दाती महाराज की खोजबीन में दिल्ली पुलिस ने रविवार को राजस्थान में कई स्थानों पर छापेमारी की। पुलिस ने दाती महाराज के पाली स्थित आश्रम में भी खोजबीन की।

जयपुर: आने वाले दिनों में वसुंधरा सरकार की मुश्किलें बढऩे की पूरी संभावना दिख रही है। दरअसल, प्रदेश के सरकारी कर्मचारी जल्द ही आम हड़ताल पर जाने की योजना बना रहे हैं। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने आम हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। रविवार को महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी की हुई बैठक में हड़ताल और आन्दोलन का निर्णय लिया गया। हालांकि कर्मचारी कब से हड़ताल पर जाएंगे इसका अभी फैसला होना बांकी है। अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत कर्मचारी आम हड़ताल पर जाएंगे।

महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष आयुदान सिंह कविया की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके लिए संयुक्त संघर्ष समिति को साथ लेकर जल्द ही इस निर्णय को अमल में लाया जाएगा। संयुक्त संघर्ष समिति के साथ बैठक के बाद हड़ताल पर जाने की तारीख घोषित की जाएगी। रविवार को महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी की हुई बैठक में कर्मचारियों ने सरकार पर गुमराह करने और आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

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