चंडीगढ़: आईजी भारती अरोड़ा को भगवान श्रीकृष्ण की लगन लगी है। इसीलिए वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति चाहती हैं। 24 जुलाई को पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में आईजी ने इस बात का जिक्र किया है। अपने इस पत्र में आईजी भारती अरोड़ा ने लिखा है कि पुलिस सेवा उनके लिए गर्व और जुनून रही है।
अब आगे की जिंदगी वह धार्मिक तरीके से बिताना चाहती हैं। वह चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास और मीराबाई की तरह प्रभु श्रीकृष्ण की साधना करना चाहती हैं। 50 साल की आईपीएस अधिकारी ने इसके लिए सरकार से तीन महीने के नोटिस पीरियड में भी छूट देने की गुहार लगाई है।
दो आईपीएस ने भक्ति तो दो पकड़ चुके राजनीति की डगर
इससे पहले भी दो आईपीएस अधिकारी भक्ति की राह पकड़ चुके हैं। इनमें कृष्ण भक्ति में डूबकर राधा का रूप धारण करने वाले पूर्व आईजी डीके पांडा शामिल हैं।
डीके पांडा मूलरूप से ओडिशा के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस अधिकारी देवेंद्र किशोर पांडा उर्फ डीके पांडा 2005 में खूब चर्चा में आए थे। तब उन्होंने खुद को दूसरी राधा और कृष्ण की प्रेमिका घोषित कर अपने महिला होने की घोषणा की थी।
1991 से 2005 तक पांडा का राधा रूप चोरी छुपे चलता रहा। 2005 के बाद पांडा ने अपने हावभाव और परिधान को सार्वजनिक कर दिया। इसी तरह बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने दो बार सरकारी सेवा से वीआरएस लिया। लेकिन, दोनों बार उन्हें मायूसी ही हाथ लगी।
पांडे का सियासत से इस कदर मोहभंग हुआ कि अब वे गेरुए कपड़े में कथावाचक की भूमिका में आ गए हैं। अपनी नई भूमिका को लेकर हाल में गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि उन्होंने अपने आपको भगवान को समर्पित कर दिया है। इसी तरह आईपीएस रणबीर शर्मा और पंजाब पुलिस में आईजी रहे कुंवरप्रताप सिंह जिन्होंने इसी साल अप्रैल में वीआरएस लिया था दोनों आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर राजनीति में उतर चुके हैं।