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चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने शनिवार को किसानों पर एक अभद्र टिप्पणी की। मामले के तूल पकड़ने पर उन्होंने इस बयान पर खेद जताया और कहा कि अगर किसी को मेरे बयानों से दुख पहुंचा है, तो, मैं माफी चाहता हूं। दरअसल शनिवार दोपहर बाद करीब ढाई बजे कृषि मंत्री भिवानी रेस्ट हाउस पहुंचे थे। इस दौरान प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के प्रति विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि ये घर में होते तो भी मरते। जो आज घर में हैं, वे नहीं मर रहे क्या। कोई हार्ट अटैक से मरा है तो कोई बीमारी से। साल में औसत मौत के अनुसार ही मरे हैं। देश में कोई भी मरता है तो उसके प्रति मेरी पूरी-पूरी संवेदनाएं हैं। 

इस बयान के करीब छह घंटे बाद रात करीब साढ़े आठ बजे कृषि मंत्री जेपी दलाल ने वीडियो जारी कर मामले पर खेद जताया। उन्होंने कहा कि प्रेस कान्फ्रेंस में चर्चा के दौरान मृत किसानों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। आकस्मिक मौत किसी की भी हो, कष्ट होता है। जहां तक शहीद का दर्जा देने की बात थी, शहीद का दर्जा हमारी सेना के जवानों को ही मिलता है।

सोशल मीडिया पर मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला गया है और तोड़-मरोड़कर चलाया गया है।

 

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