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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष आक्रामक है। वहीं सरकार का साफ कहना है कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और विपक्ष को इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। इस बीच लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक विपक्षी सांसद को बाकी बचे मौजूदा सत्र से निलंबित कर दिया गया।

कांग्रेस बोली- बिल्कुल विचित्र मामला है

इससे पहले इस लिस्ट में लोकसभा के 14 सांसदों का नाम था। हालांकि बाद में डीएमके के एक सांसद एसआर पार्थिबन का निलंबन वापस ले लिया गया। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आज दिन में निलंबित लोकसभा सदस्यों की सूची में से पार्थिबन के नाम को वापस ले लिया गया है। सदस्य की पहचान करने में कर्मियों की ओर से गलती हुई थी।

जोशी ने कहा, ‘‘मैंने लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि सदस्य का नाम वापस लिया जाए, क्योंकि यह पहचान में त्रुटि का मामला है।’’ लोकसभा अध्यक्ष ने इस सुझाव को स्वीकार कर लिया है।

नर्ई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद की सुरक्षा में सेंध को लेकर गुरुवार (14 दिसंबर) को लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी पार्टियां हमलावर रही। इस बीच लोकसभा के 14 और राज्यसभा के एक सांसद को मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। इस फैसले पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

नीतीश कुमार की जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) के सांसद राजीव रंजन सिंह (ललन सिंह) ने कहा कि सरकार की नाकामी को छुपाने के लिए सांसदों को सस्पेंड किया गया है। सांसदों की मांग थी की गृह मंत्री कल की घटना पर बयान दें, लेकिन सरकार डर गई है।

सिंह ने कहा, ''कल जो लोग संसद में घुसे थे, उसमें अगर कोई मुसलमान होता तो आज बीजेपी पूरे देश और विश्व भर में हल्ला मचा रही होती। अगर किसी कांग्रेस के सांसद के पास से वह लोग संसद में घुसे होते तो आज यही सरकार देश में हल्ला मचा रही होती।''

नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन करते हुए वेल तक पहुंचने की कोशिश करना और निलंबन के बाद भी सदन से बाहर न जाना टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को भारी पड़ गया। सभापति धनखड़ ने इसके लिए उन्हें निलंबित कर दिया और उनका मामला विशेषाधिकार समिति के पास जांच के लिए भेज दिया। इस दौरान धनखड़ ने कहा कि डेरेक का सदन में बने रहना आदेश का गंभीर उल्लंघन और जानबूझकर की गई अवहेलना है। वहीं, अपने निलंबन को लेकर टीएमसी सांसद सहित सभी 14 सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया है। कुल 15 सांसदों को शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए निलंबित कर दिया गया। इसमें 13 लोकसभा से और एक राज्यसभा से हैं।

राज्यसभा ने डेरेक ओ'ब्रायन का मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजा

सदन से निलंबन के बाद उनके खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें उनके आचरण को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति को भेजने की मांग की गई थी।

नर्ई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक के मामले में चार आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट ने सात दिनों की रिमांड पर भेज दिया है। ये चार आरोपी नीलम आजाद, अमोल शिंदे, सागर शर्मा और मनोरंजन डी हैं। दिल्ली पुलिस ने 15 दिन की रिमांड मांगी थी।

इन चार में से लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से सदन के भीतर कूदने और केन के जरिए धुआं फैलाने वाले सागर शर्मा और मनोरंजन डी हैं। वहीं संसद के परिसर में नारेबाजी कर केन के माध्यम से धुआं फैलाने वाले नीलम आजाद और अमोल शिंदे हैं।

दिल्ली पुलिस के वकील ने कोर्ट से कहा कि कैन को महाराष्ट्र से खरीदा गया था. आरोपी अलग-अलग जगहों से हैं। ऐसे में आरोपियों को लखनऊ, गुरुग्राम और मैसूर से लेकर क‌ई जगहों पर लेकर जाना है। इनसे आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करनी है। मीटिंग किस जगह की और पैसे किसने दिए से लेकर सब कुछ पता करना है। इस कारण 15 दिनों की रिमांड दी जाए।

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