नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद के शीत सत्र के नौवें दिन संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई है। कई बार स्थगन के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा से कांग्रेस के 14 सांसद निलंबित
हंगामे के चलते विपक्ष के नौ और सासंदों को निलंबित कर दिया गया है। इस तरह लोकसभा से कांग्रेस के कुल 14 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। लोकसभा में हंगामे के चलते कांग्रेस के पांच सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। जिन सांसदों को निलंबित किया गया है, उनमें टीएन प्रथापन, हीबी एडेन, एस जोथीमनी, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस शामिल हैं। लोकसभा में गलत बर्ताव के लिए इन सांसदों पर कार्रवाई हुई है। वहीं हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
संसद में सुरक्षा चूक मामले पर सरकार पर हमलावर विपक्ष
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लिखा कि विपक्षी पार्टियों की मांग है कि संसद में सुरक्षा चूक के मामले पर गृहमंत्री दोनों सदनों में विस्तृत बयान दें और इस पर संसद में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर भी कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने घुसपैठियों को विजिटर पास मुहैया कराए।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि 'इसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है। पिछली बार जब हमला हुआ था तो आतंकी संसद के भीतर नहीं पहुंच पाए थे लेकिन इस बार वह लोकसभा तक पहुंच गए।' उन्होंने कहा कि 'अगर हम चुप रहेंगे तो इसका मतलब ये है कि हम अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन नहीं कर रहे हैं।'
अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर कहा कल की घटना को पूरी देश ने देखा। हर दिन सुरक्षा, सत्ता और विकास पर बातें की जा रही हैं लेकिन देश के अंदर ही सुरक्षा खोखली है। क्या पीएम मोदी को इससे कोई फर्क पड़ता है? लोग कहेंगे कि 'मोदी मतलब मुश्किल है'।
खड़गे ने लिखा धनखड़ को पत्र
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन में कल हुए सुरक्षा उल्लंघन पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने लिखा कि संसद की सुरक्षा का उल्लंघन एक बहुत ही गंभीर मामला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, मैं संसद में भारतीय दलों के नेताओं के परामर्श से इस विचार पर आया हूं कि इसे राज्य सभा (राज्य सभा) के नियमों और प्रक्रिया के नियम 267 के तहत उठाया जाना चाहिए। इसके अलावा, जब तक गृह मंत्री इस मामले पर बयान नहीं देते हैं और उसके बाद नियम 267 के तहत चर्चा नहीं होती है, तब तक कोई अन्य चर्चा नहीं की जाएगी।
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन निलंबित
राज्यसभा की कार्यवाही एक बार स्थगन के बाद जब दोपहर 12 बजे शुरू हुई, तब विपक्षी सदस्यों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी जारी रखी। राज्यसभा में गलत बर्ताव के लिए टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। दरअसल संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, इसी दौरान टीएमसी सांसद के बर्ताव के लिए सभापति ने उन्हें निलंबित कर दिया। हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने से पहले राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि संसद की सुरक्षा में चूक की उच्च स्तरीय जांच चल रही है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
राजनाथ बोले- अराजकता ठीक नहीं
संसद में सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा, "कल जो घटना हुई, उसकी सबने निंदा की है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है...आपने (लोकसभा अध्यक्ष)घटना के जांच के आदेश दिए हैं। हम सभी सांसदों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है...इस प्रकार से संसद में अराजक स्थिति पैदा करना उचित नहीं है।"
पीएम मोदी ने मंत्रियों के साथ की बैठक
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले सांसदों के साथ बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, अनुराग ठाकुर समेत कई अन्य मंत्री और सांसद मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और अनुराग ठाकुर मौजूद रहे।
भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
संसद में सुरक्षा चूक के मामले पर कर्नाटक कांग्रेस ने बंगलूरू और मैसूर में भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि प्रताप सिम्हा की तरफ से ही संसद में घुसपैठ करने वाले आरोपियों को संसद पास मुहैया कराए गए थे।
विपक्ष जोर-शोर से उठाएगा मुद्दा
संसद में सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर विपक्ष ने बैठक की। इस दौरान इस मुद्दे को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में जोर-शोर से उठाने की बात हुई।