ताज़ा खबरें
संसद में अडानी और संभल पर हंगामा,दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

नर्ई दिल्ली: हालिया संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी में बदलाव का दौर शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए। एमपी में जीतू पटवारी को तत्काल प्रभाव से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वहां कमलनाथ अभी तक प्रदेश अध्यक्ष थे। जबकि छत्तीसगढ़ में दीपक बैज को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके साथ-साथ कांग्रेस ने चरण दास महंत को तत्काल प्रभाव से छत्तीसगढ़ के सीएलपी नेता के रूप में नियुक्त किया है। जबकि उमंग सिंघार को सीएलपी लीडर और हेमंत कटारे को मध्य प्रदेश का उपनेता बनाया गया है।

पायलट के करीबी अभिमन्यु को मिली अहम जिम्मेदारी

बात राजस्थान की करें तो यहां भी बदलाव का दौर शुरू हो गया है। राजस्थान कांग्रेस में बदलाव की शुरुआत यूथ कांग्रेस से हुई है। जहां गहलोत के करीबी को हटाकर सचिन पायलट के करीबी अभिमन्यु पूनिया को यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।

नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड ललित झा के साथी महेश कुमावत को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में यह छठी गिरफ्तारी है। महेश कुमावत अपने साथी ललित झा के साथ थाने आया था। पुलिस फिलहाल महेश कुमावत से इस मामले को लेकर पूछताछ कर रही है। महेश पर आरोप है कि उसने इस साजिश में ललित की मदद की। बता दें कि इस मामले में पुलिस को ललित झा का साथ देने वाले महेश कुमावत की तलाश थी। पुलिस की कई टीमें महेश को गिरफ्तार करने के लिए संभावित जगहों पर छापेमारी कर रही थीं।

पुलिस ने महेश कुमावत के इंस्टाग्राम एकाउंट को डिकोड कर लिया है। महेश के इंस्टाग्राम एकाउंट से कई बड़े खुलासे भी हुए है।. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस को पता चला है कि इस एकाउंट से क्रांति के नाम पर युवाओं को भड़काने और उनका ब्रेन वॉश करने की साजिश की जा रही थी।

नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक के मामले में मुख्य साजिशकर्ता ललित झा की हिरासत मांगते हुए दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (15 दिसंबर) को कई खुलासे किए। पटियाला हाउस कोर्ट में पुलिस ने रिमांड नोट में कहा, लोकसभा की सुरक्षा में सेंध लगाने के पीछे ललित और उनके साथियों का मकसद अशांति पैदा करना था।

पुलिस ने रिमांड नोट में कहा कि जांच के दौरान पता लगा कि इनका उद्देश्य सांसदों को डराना भी है। रिमांड नोट में आगे खुलासा किया गया कि पूछताछ के दौरान ललित झा ने कहा कि साजिश को रचने के लिए कई बार सभी आरोपी मिले थे। ऐसे में हम जांच करेंगे कि क्या इनके शत्रु देश और आतंकी संगठन के साथ संबंध थे।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कहा है कि आरोपी ललित झा ने खुलासा किया कि वे देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे ताकि वे सरकार को अपनी अन्यायपूर्ण और अवैध मांग को पूरा करने के लिए मजबूर कर सकें।

पुलिस ने आगे कहा कि ललित झा ने सभी आरोपियों के खिलाफ सबूत मिटाने और उनके पीछे की बड़ी साजिश को छिपाने के लिए उनके फोन ले लिए और उन्हें नष्ट कर दिया।

नई दिल्ली: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने छापेमारी के दौरान मिले 350 करोड़ से अधिक कैश के मामले में पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये मेरा पैसा नहीं है और इससे कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने आयकर विभाग (आईटी) की छापेमारी को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा, ''जो पैसा बरामद हुआ है, उसमें कांग्रेस या अन्य किसी भी विपक्षी दल का कोई पैसा नहीं है। उनको बेवजह बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।''

350 करोड़ से अधिक कैश बरामदी मामले में धीरज साहू

धीरज साहू ने कहा, ''इस पैसे से मेरा कोई लेना देना नहीं है। यह मेरे परिवार का पैसा है। हमारा परिवार बहुत बड़ा है, तो यह पैसा उन लोगों का है। अभी इनकम टैक्स की तरफ से ऐसा नहीं कहा गया है की यह पैसा गैरकानूनी है। ऐसे में इस पैसे के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी।''

दरअसल, आईटी ने धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाले ओडिशा की शराब कंपनी के खिलाफ अपनी कार्रवाई के तहत रांची में उनके आवास में छापेमारी की थी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख