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नई दिल्ली: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास नई मौद्रिक नीति को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। बता दें रिजर्व बैंक के गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति की तीन दिन की बैठक चार अगस्त को शुरू हुई थी। आज समिति बैठक के नतीजों की घोषणा की जा रही है। आरबीआई ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 फीसद पर बरकरार रखा है। वहीं रिवर्स रेपो रेट 3.35 पर स्थिर रखा है। जबकि लोन ईएमआई पर छूट पर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। इसका मतलब लोन पर ईएमआई पर छूट इस महीने के बाद नहीं मिलेगी।  इसकी अवधि 31 अगस्त को समाप्त होने जा रही है। बैंक अधिकारी इसके दुरूपयोग की आशंका को लेकर इसकी मियाद बढ़ाये जाने का विरोध कर रहे थे।

गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि एमपीसी ने सर्वसम्मति से ये फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकवरी शुरू हो गई है। विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। जबकि, दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में तेज गिरावट आई है। जनवरी से लेकर जून तक बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की आर्थिक स्थिति बेहद खराब रही। 

नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि 2जी सेवाओं से हटने के लिए तत्काल नीतिगत उपायों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ये सेवाएं 25 साल पहले शुरू हुई थीं और अब इसे ‘इतिहास का हिस्सा’ बनाने की जरूरत है।

देश में पहली मोबाइल फोन कॉल की रजत जयंती के अवसर पर अंबानी ने कहा कि 2जी दौर के फीचर फोन की वजह से ऐसे समय करीब 30 करोड़ उपभोक्ता मूल इंटरनेट सेवाओं से दूर हैं, जबकि देश और कई अन्य देश 5जी के दौर में प्रवेश की तैयारी कर रहे हैं।

अंबानी ने कहा, 'मैं विशेषरूप से इस तथ्य की ओर ध्यान दिलाना चाहता हूं कि देश में अब भी 30 करोड़ मोबाइल ग्राहक 2जी के दौर में ‘फंसे’ हुए हैं। फीचर फोन की वजह से ये लोग ऐसे समय इंटरनेट के इस्तेमाल से दूर हैं जबकि भारत और शेष दुनिया 5जी टेलीफोनी के दौर में प्रवेश की तैयारी कर रही है।'

नई दिल्ली: टाटा समूह के मुखिया रतन टाटा ने इंडस्ट्री में हो रही छंटनी पर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, 'कंपनियों द्वारा नौकरी से निकाले जाने की अनगिनत घटनाओं से लगता है जैसे कंपनियों की शीर्ष लीडरशिप में सहानुभूति की कमी हो गई है।' इस संदर्भ में रतन टाटा ने योरस्टोरी से बातचीत के दौरान कहा कि ये वे लोग हैं जिन्होंने कंपनी के लिए काम किया है। कर्मचारी अपना पूरा करियर कंपनी के लिए लगाते हैं और कोरोना वायरस महामारी जैसे संकट के समय में इनका सहयोग करने के बजाय ये बेरोजगार हो रहे हैं।

आगे टाटा ने इंडस्ट्री के शीर्ष अधिकारियों से सवाल किए और पूछा कि उनका इस मुश्किल समय में क्या कर्तव्य बनता है और उनके लिए नैतिकता की क्या परिभाषा है। टाटा ने कहा कि जिन्होंने आपके लिए काम किया, आपने उन्हें ही छोड़ दिया। रतन टाटा के अनुसार, मुनाफा कमाना गलत नहीं है, लेकिन मुनाफा कमाने का काम भी नैतिकता से करना चाहिए। आप मुनाफा कमाने के लिए क्या कर रहे हैं, ये आवश्यक है। इतना ही नहीं, कंपनियों को ग्राहकों व शेयरधारकों का भी ध्यान रखना चाहिए। ये तमाम पहलू महत्वपूर्ण हैं। अधिकारियों को खुद से पूछना चाहिए कि उनके द्वारा लिए जा रहे फैसले सही हैं भी या नहीं।

नई दिल्ली: सरकार ने चीन समेत उन देशों से सार्वजनिक खरीद पर नियंत्रण लगा दिए हैं, जिनकी सीमाएं भारत से लगती हैं। इन देशों का कोई फर्म सुरक्षा मंजूरी और एक विशेष समिति के पास पंजीकरण के बाद ही टेंडर भर सकेगी। चीन के साथ सीमा विवाद के बीच यह कदम उठाया गया है। गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत सरकार सामान्य वित्तीय नियम, 2017 को संशोधित किया है ताकि उन देशों के बोलीदाताओं पर नियंत्रण लगाया जा सके, जिनकी सीमा भारत से लगती हैं। देश की रक्षा और सुरक्षा से जुड़े मामलों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।

व्यय विभाग ने देश की रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करने के इरादे से नियम के तहत सार्वजनिक खरीद पर विस्तृत आदेश जारी किया। आदेश के तहत भारत की सीमा से लगे देशों का कोई भी आपूर्तिकर्ता भारत में सार्वजनिक परियोजनाओं के लिए वस्तुओं, सेवाओं (परामर्श और गैर-परामर्श समेत) की आपूर्ति के अनुबंध या परियोजना कार्यों (टर्न-की परियोजना समेत) के लिए तभी बोली लगा सकेगा, जब वह उचित प्राधिकरण के पास पंजीकृत होगा।

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