नई दिल्ली: सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने अपने कुछ कर्मचारियों को छह महीने से लेकर पांच साल तक जबरन छुट्टी पर भेजने की तैयारी कर ली है। कंपनी ने सोमवार को जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी। इस दौरान छुट्टी पर भेजे गए कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जाएगा। आधिकारिक आदेश में कहा गया, 'यह योजना (एलडब्ल्यूपी) कंपनी के स्थायी कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजने के लिए शुरू की जा रही है। इसमें कर्मचारी छह महीने से लेकर पांच साल की अवधि तक के लिए छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं।' यह योजना कंपनी के स्थायी कर्मचारियों के लिए लागू होगी।
आदेश में कहा गया, 'सात जुलाई, 2020 को संपन्न हुई बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 102वीं बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई। इसमें कर्मचारी छह महीने से लेकर दो साल तक, जिसको पांच साल तक बढ़ाया भी जा सकता है, छुट्टी पर जाने का विकल्प का फायदा उठा सकते हैं।' इसके अलावा आदेश में आगे कहा गया है कि यह योजना सीएमडी को उस आदेश को पारित करने के लिए भी अधिकृत करती है, जिसमें वह कंपनी के नाम पर कर्मचारी को छह महीने के लिए या फिर दो साल की अवधि के लिए, जिसे पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है, छुट्टी पर भेज सकते हैं।
यह कर्मचारी के दक्षता, क्षमता, प्रदर्शन, स्वास्थ्य, अतीत में ड्यूटी के लिए कर्मचारी की अनुपलब्धता आदि पर आधारित रहेगा।
गौरतलब है कि पहले ही कर्ज के संकट से जूझ रही एयर इंडिया को कोरोना वायरस की वजह से करारा झटका लगा है। एयर इंडिया समेत तमाम विमानन कंपनियों की सेवाओं को कोरोना के चलते रोक दिया गया था। हालांकि, मई के अंत में घरेलू उड़ानों के संचालन को थोड़ी-बहुत फिर से छूट दी गई है।