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नई दिल्ली: पैगंबर मोहम्मद विवाद भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल द्वारा की गई टिप्पणी पर विवाद अभी भी जारी है। भारत सरकार ने विभिन्न देशों का गुस्सा शांत करने की कोशिश करते हुए कहा है कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। लेकिन कई देशों की नाराजगी अभी तक खत्म नहीं हुई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की निंदा करने की सूची में सोमवार को और भी देश शामिल हो गए हैं।

विवाद से जुड़ी अहम जानकारियां:

ईरान, इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, ओमान, ईरान, यूएई, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लीबिया और इंडोनेशिया सहित कम से कम 15 देशों ने विवादास्पद टिप्पणी को लेकर भारत के खिलाफ आधिकारिक विरोध दर्ज कराया है।

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि इनसे पैगंबर मोहम्मद का अपमान हुआ है।

लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने विश्वास मत जीत लिया। उन्हीं की कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों ने उनके नेतृत्व को चुनौती दी थी और अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। बोरिस जॉनसन को 58.8 प्रतिशत सांसदों का समर्थन मिला। कुल 211 में से 148 मत जॉनसन को हासिल हुए। हालांकि विश्वास मत पर अंतिम परिणाम को लेकर जिस बात पर जॉनसन ने जोर दिया था, वही हुआ और निर्णय उनके पक्ष में आया। संसद के 148 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। 58.8 प्रतिशत संसदों ने उनके पक्ष में और 41.2 प्रतिशत ने उनके खिलाफ वोट डाले।

जॉनसन के आलोचकों ने इसे पार्टी के नेता के रूप में उनके दीर्घकालिक भविष्य के लिए एक हानिकारक परिणाम बताया, जबकि उनके समर्थकों का कहना है कि उन्हें अपनी पार्टी के बहुमत का समर्थन प्राप्त है।

जॉनसन ने वोटिंग को लेकर प्रतिक्रिया में कहा, "मुझे लगता है कि यह राजनीति और देश के लिए बहुत अच्छा परिणाम है।"

नई दिल्ली: भाजपा से निलंबित नेत्री नूपुर शर्मा के बयान पर पूरी दुनिया में बवाल मचा हुआ है। एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान के बाद इस्लामिक देश गुस्से से उबल पड़े हैं और इसका विरोध कर रहे हैं। पहले कतर, बहरीन, कुवैत और ईरान ने इसकी निंदी की थी। अब मामला मालदीव की संसद तक भी पहुंच गया। मालदीव की संसद में एक आपातकालीन प्रस्ताव पेश किया गया। यह नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ पेश किया गया था, जो कि पास नहीं हो पाया। मालदीव के राष्ट्रपति ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की।

वहीं विपक्ष ने खुलकर नूपुर शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोला। सदन में इस प्रस्ताव के समर्थन में केवल 10 सांसदों ने वोट किया और 33 सांसदों ने खिलाफ वोट किया। इसके चलते यह प्रस्ताव पास नहीं हो सका। विपक्ष के नेता शरीफ उमर ने कहा कि सरकार इस बयान पर प्रतिक्रिया नहीं दे रही है जो कि चिंताजनक है।

जॉर्डन व इंडोनेशिया ने भी जारी किया बयान

जॉर्डन व इंडोनेशिया के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान की निंदा की है।

नई दिल्‍ली/कतर: पैगंबर मोहम्‍मद पर दो भाजपा नेताओं की टिप्‍पणियों को लेकर खाड़ी देशों की नाराजगी के बाद जहां एक नेता को निलंबित कर दिया गया है। वहीं दूसरे नेता को पार्टी से निष्‍कासित किया गया है। भारत सरकार ने टिप्‍पणियों को "अनुचित" और "संकीर्ण मानसिकता वाली" करार दिया है। देशभर में हुई सांप्रदायिक घटनाओं की पृष्‍ठभूमि में भाजपा की राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता नुपुर शर्मा की ओर से पिछले सप्‍ताह एक टीवी डिबेट में की गई इस टिप्‍पणी के मामले में तीन इस्‍लामी देशों ने भारतीय दूतों को तलब किया है। भाजपा के एक दूसरे नेता नवीन जिंदल ने पैगंबर के बारे में एक ट्वीट किया था, जिसे बढ़ते आक्रामण के बीच उन्‍होंने बाद में डिलीट कर दिया था।

कतर में, भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने कहा कि ये कमेंट्स किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्‍व नहीं करते हैं और यह 'अराजक तत्वों के विचार हैं। कतर के विदेश मंत्रालय ने मित्तल को तलब किया था और कहा था कि "भारत सरकार से कतर मामले में सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद कर रहा है।"

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