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वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को यूक्रेन पर रूस के हमले को रोकने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किसी भी प्रत्यक्ष हस्तक्षेप से इंकार किया और चेतावनी दी कि क्रेमलिन के खिलाफ नाटो गठबंधन अगर खड़ा होता है तो यह सीधे "तीसरा विश्व युद्ध" की स्थिति होगी। बाइडेन ने व्हाइट हाउस में एक भाषण में कहा, "हम यूक्रेन में रूस के खिलाफ युद्ध नहीं लड़ेंगे।
बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने पोलैंड की तरफ से यूक्रेन को फाइटर जेट्स दिए जाने की योजना को "बेहद जोखिम भरा" बताते हुए खारिज कर दिया था। अमेरिका ने कहा था कि रूस इसे सैन्य उकसावे के तौर पर देख सकता है। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद इस योजना पर यूरोपीय संघ (ईयू) के देशों और अमेरिका के बीच पहली बार किसी बात पर असहमति बनी है। इसके अलावा दोनों पक्ष एक साथ हैं। गौरतलब है कि यूक्रेन की सरकार ने रूस का सामना करने के लिए पश्चिमी देशों से हथियारों और फाइटर जेट्स की मांग की थी। जेलेंस्की ने कहा था, "बिना आपके (ईयू), यूक्रेन अकेला पड़ जाएगा. हमने अपनी ताकत साबित कर दी है।
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मास्को/कीव: युद्ध के बीच रूस और यूक्रेन बुधवार को लोगों की निकासी के लिए कॉरिडोर बनाने पर सहमत हो गए हैंं यूक्रेनी अधिकारियों ने इसकी जानकारी दीं इससे पहले भी रूस ने यूक्रेनी और अन्य नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए युद्ध-विराम के साथ कई क्षेत्रों में मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की हैं। रूस के हमले के बाद यूक्रेन के दस लाख से ज्यादा लोग शरणार्थी की जिंदगी जीने पर मजबूर हो गए।
रूस-उक्रेन युद्ध से जुड़ी अहम जानकारियां:-
मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक,, रूस का कहना है कि वह यूक्रेन सरकार को "उखाड़ने" की कोशिश नहीं कर रहा है। रूस और यूक्रेन बुधवार को नागरिकों को लड़ाई से बचने के लिए निकासी गलियारों की एक श्रृंखला के आसपास एक दिन के संघर्ष विराम पर सहमत हुए। यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरीना वीरेशचुक ने कहा कि मास्को ने सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक संघर्ष विराम का सम्मान करने की कसम खाई है, जो कि लड़ाई से भारी प्रभावित हुए हैं, जिनमें यूक्रेन के कीव के पास के क्षेत्र, दक्षिण में ज़ापोरिज़्ज़िया और उत्तर पूर्व के कुछ हिस्से शामिल हैं।
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नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़े दस दिन से ज्यादा का समय बीत गया है। लेकिन दोनों देशों के बीच जंग अभी भी जारी है। रूस के हमले के बाद यूक्रेन के दस लाख से ज्यादा लोग शरणार्थी की जिंदगी जीने पर मजबूर हो गए। वहीं रूस पर लगातार लगाए जा रहे कड़े प्रतिबंधों के बाद भी पुतिन अपने फैसले से पीछे नहीं हट रहे। जबकि यूक्रेन में हालात लगातार भयावह होते जा रहे हैं। लेकिन यूक्रेनी राष्ट्रपति भी रूस के सामने हथियार डालने को राजी नहीं। ऐसे में दोनों देशों के बीच की जंग अब दुनियाभर के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। हर कोई इसी के इंतजार में है कि आखिर ये जंग कब रूकेगी।
रूस-उक्रेन युद्ध से जुड़ी अहम जानकारियां:-
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि वह अब यूक्रेन के लिए नाटो सदस्यता के लिए किसी तरह का दबाव नहीं डाल रहे हैं। नाटो की सदस्यता का जिक्र करते हुए जेलेंस्की ने एक कहा कि वह ऐसे देश का राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते जो घुटनों के बल कुछ भीख मांग रहा हो।
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कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 14वां दिन है। ये जंग अब खतरनाक दौर में पहुंच गयी है। अमेरिका ने जहां रूस से तेल और गैस आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं पोलैंड ने अपने सभी मिग-29 फाइटर जेट यूक्रेन को देने का एलान किया है, ताकि रूस के खिलाफ जंग लड़ी जा सके। हालांकि, अमेरिका ने कहा है कि पोलैंड का यह कदम चिंता पैदा करने वाला है। मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, अमेरिका ने यूक्रेन के लिए रूस निर्मित लड़ाकू विमान देने के पोलैंड के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
हालांकि, रूसी आक्रमण को विफल करने के लिए अमेरिका पोलैंड में 2 पेट्रियट मिसाइलें तैनात करेगा। यूएस यूरोपियन कमांड के एक प्रवक्ता ने मंगलवार रात अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन से कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका पोलैंड को दो पैट्रियट मिसाइल बैटरी भेज रहा है ताकि रूस के यूक्रेन पर चल रहे आक्रमण के दौरान अमेरिका और नाटो सहयोगियों के लिए किसी भी संभावित खतरे का मुकाबला करने के लिए "रक्षात्मक तैनाती" हो सके।
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