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गुवाहाटी: महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच पहली बार एकनाथ शिंदे गुवाहाटी के होटल से बाहर आए और मीडिया से मुखातिब हुए। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने जल्द मुंबई वापस जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि हम अलग से पार्टी नहीं बना रहे हैं। हम तो आज भी शिवसेना में ही हैं। गुवाहाटी में बागी विधायकों के साथ मीटिंग के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व को आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रवक्ता दीपक केसरकर आगे की रणनीति के बारे में जानकारी देंगे। एकनाथ शिंदे ने कहा कि कुल 48 विधायक हमारे साथ हैं और एकजुट हैं। बता दें कि एकनाथ शिंदे गुट के पास शिवसेना के दो तिहाई से ज्यादा विधायक हैं। इसके चलते उन्हें अयोग्य ठहराया जाना भी मुश्किल हो गया है।

इससे पहले आज शिंदे खेमे ने सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश का जश्न मनाया और विशेष सेवइयों के लिए आर्डर दिए गए। इस अंतरिम आदेश के मुताबिक उन्हें अयोग्यता नोटिस पर जवाब दाखिल करने के लिए 12 जुलाई तक का समय दिया गया है।

सूत्रों ने संकेत दिया है कि अगर गुवाहाटी से निकलने से पहले सब चीजें ठीक हो जाती हैं तो जश्न मनाने के लिए पटाखों के तीन बड़े डिब्बों को भी तैयार रखा गया है। स्थानीय उत्सवों और शादियों में इस्तेमाल होने वाले असम के स्वदेशी हरे रंग के चमचमाते पटाखों का ऑर्डर दिया गया है।

इस बीच खबर है कि निर्दलीय विधायक और प्रहार पार्टी के दो एमएलए सरकार से समर्थन वापसी की चिट्ठी राज्यपाल को सौंपेंगे। कहा जा रहा है कि 30 जून को अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की भी मांग हो सकती है। राज्यपाल को करीब 10 विधायकों की चिट्ठी जा सकती है। दरअसल भाजपा इस पूरे मामले में संभलकर चल रही है और खुलकर यह नहीं दिखाना चाहती कि उसकी सरकार बनाने की मंशा है। ऐसे में वह खुद या एकनाथ शिंदे गुट के जरिए अविश्वास प्रस्ताव की मांग नहीं करना चाहती। ऐसे में निर्दलीय विधायकों को आगे करके पूरी रणनीति अमल में लाई जा सकती है।

 

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