लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अपने इस कार्यकाल का तीसरा बजट पेश कर दिया। योगी सरकार की ओर से गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल उत्तर प्रदेश का साल 2019-20 बजट पेश किया। योगी सरकार ने इस बार 4 लाख 70 हज़ार 684 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। यह पिछले साल 2018-19 के बजट से 12 फीसदी ज्यादा है। योगी सरकार के बजट में गो कल्याण के लिए 500 करोड़ से अधिक का बजट पेश किया गया। प्रदेश में अच्छी सड़क के लिए लोकनिर्माण विभाग के बजट में भी 12.6 फीसदी वृद्धि की गई है। प्रदेश में सिंचाई के लिए बजट में 11.62 फीसदी की वृद्धि हुई है।
गो कल्याण के लिए बजट
राज्य के आवारा पशुओं की देखरेख के लिए 165 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। वहीं, ग्रामीण इलाकों में गौशाला के रखरखाव और निर्माण के लिए बजट में 284 करोड़ रुपये दिये गये हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में कान्हा गौशाला और आवारा पशु शेल्टर योजना में 200 करोड़ रुपये रखे गये हैं। बजट पेश करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यूपी के बजट में किसान महिला, सबका ख्याल रखा गया।
उन्होंने कहा कि इस बजट में हर तबके का ध्यान रखा गया है। हर जिले में समान बिजली वितरण होगी।
बजट में किसके लिए कितनी राशि
अयोध्या में प्रमुख पर्यटन स्थलों के एकीकृत विकास के लिए 101 करोड़ रुपये
संस्कृत की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए संस्कृत पाठशालाओं को सहायता प्रदान करने के लिए 242 करोड़ रुपये
अनुदानित संस्कृत विद्यालय और डिग्री कॉलेजों को अनुदान प्रदान करने के लिए अन्य 30 करोड़ रुपये
2019-20 में एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 3194 करोड़ (पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए 1194 करोड़, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे दोनों के लिए 1000- 1000 करोड़)
सहकारी क्षेत्र की बंद चीनी मिलों के लिए 50 करोड़ रुपये और पीपीपी मोड पर चलाने के लिए 25 करोड़ रुपये
वाराणसी में गंगा तट से विश्वनाथ मंदिर तक मार्ग के विस्तारीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के लिये 207 करोड़ रुपये की व्यवस्था
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में ‘वैदिक विज्ञान केन्द्र' की स्थापना के लिये 16 करोड़ रुपये की व्यवस्था
मथुरा-वृन्दावन के बीच ऑडिटोरियम के निर्माण के लिये 8 करोड़ 38 लाख रुपये का प्रस्ताव
सार्वजनिक रामलीला स्थलों में चहारदीवारी निर्माण के लिये पांच करोड़ रुपये
वृंदावन शोध संस्थान के सुदृढ़ीकरण के लिये एक करोड़ रुपये का प्रावधान
उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ में अवस्थापना सुविधाओं के लिये 125 करोड़ रुपये की व्यवस्था
पर्यटन नीति 2018 के क्रियान्वयन के लिये 70 करोड़ रुपये तथा प्रो-पुअर टूरिज्म के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था
प्रयागराज में ऋषि भारद्वाज आश्रम एवं श्रृंगवेरपुर धाम, विन्ध्याचल एवं नैमिषारण्य का विकास, बौद्ध परिपथ में सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर, कपिलवस्तु, कौशाम्बी एवं संकिसा का विकास, शाकुम्भरी देवी एवं शुक्रताल का विकास, राजापुर चित्रकूट में तुलसी पीठ का विकास, बहराइच में महाराजा सुहेलदेव स्थल एवं चित्तौरा झील का विकास तथा लखनऊ में बिजली पासी किले का विकास किया जाना प्रस्तावित है.