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कानपुर: छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय (कानपुर यूनिवर्सिटी) से सम्बद्ध महाविद्यालयों में बीएससी परीक्षा में 50 फीसदी से अधिक छात्र फेल हो गए। कुछ डिग्री कॉलेजों में बीएससी तृतीय वर्ष का रिजल्ट शून्य घोषित किया गया है। 70 से अधिक महाविद्यालय ऐसे हैं जहां 10 फीसदी भी रिजल्ट नहीं है। पास होने वालों की संख्या दहाई में नहीं पहुंच सकी। विश्वविद्यालय प्रशासन इसे जहां नकल विहीन परीक्षा कराने परिणाम मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सेल्फ फाइनेंस डिग्री कॉलेज एसोसिएशन के पदाधिकारी इसे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ मान रहे हैं।

संगठन के पदाधिकारियों ने कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता को एक सूची सौंपी है जिसमें महाविद्यालयों के रिजल्ट का हवाला है। भोलानाथ उत्तम महाविद्यालय जहानाबाद, फतेहपुर में बीएससी तृतीय वर्ष में 240 छात्र थे यहां सिर्फ तीन छात्र पास हुए हैं। इसी तरह छत्रपति शिवाजी महाराज महाविद्यालय सिकंदरा, कानपुर देहात में 130 छात्र थे यहां सिर्फ एक छात्र पास हो पा पाया है।

संगठन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी का कहना है कि बैक पेपर सिर्फ एक पेपर में संभव है। ऐसे मे यह छात्र तो बैक पेपर देने के बावजूद भी पास नहीं होंगे। ऐसे में छात्रों के भविष्य के लिए विवि प्रशासन से तीन पेपरों में बैक देने की व्यवस्था करने की मांग की गई है। ऐसा नियम दूसरे विश्वविद्यालयों में भी है। उनका कहना है कि प्रभावित महाविद्यालयों की सूची कुलपति को दी है।

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