रायपुर: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ जिले के चिरमिरी में एक नर्स के साथ 4 लोगों के कथित तौर पर गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है। आरोपियों ने रेप करते हुए मोबाइल से वीडियो भी बनाया। इसके साथ ही पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में पुलिस को बताया तो उसे जान से मार देंगे।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने देखा कि करीब दोपहर तीन बजे पीड़िता अकेले काम कर रही है। इसके बाद वे स्वास्थ्य केंद्र में घुसे और पीड़िता का गला दबाया। पीड़िता को बांधा और उसके साथ गैंगरेप किया। घटना के बाद पीड़िता ने घर जाकर अपने परिवार को इस बारे में जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस थाना जाकर एफआईआर दर्ज करवाई गई। एक नाबालिग समेत तीन आरोपियों को पकड़ लिया गया है।
डीएसपी निमेश बारिया ने बताया, इस मामले में पीड़िता की ओर से एफआईआर दर्ज करवाई गई है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक आरोपी की तलाश है।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की दो टीमों ने तुरंत पहुंचकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पीड़िता का कहना है कि उस दिन स्वास्थ्य केंद्र में अकेले वही तैनात थीं, उस दौरान दोपहर में आरोपियों ने मौके देखकर वारदात को अंजाम दिया। आरोपी खुद को नाबालिग बता रहे हैं, उनके कागजातों की पड़ताल की जा रही है।
घटना के बाद थाने के बाहर स्वास्थ्यकर्मियों ने इकट्ठे होकर विरोध-प्रदर्शन भी किया। स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार से सुरक्षा की मांग की है।
स्वास्थ्य विभाग में सीएचओ प्रतिमा सिंह ने बताया, हमें सुरक्षा चाहिए। अगर कोई हमारे पास आता है तो हमें कैसे पता कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है। हम उसे वापस तो भेज नहीं सकते, उसका इलाज तो करेंगे ही। आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, हम ड्यूटी पर नहीं लौटेंगे।
थाने पर भाजपा के नेताओं ने भी पहुंचकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की। वहीं, कांग्रेस ने इस मामले को सियासी मुद्दा ना बनाने की अपील की है। कांग्रेस का कहना है कि पुलिस अपना काम कर रही है, उसका मनोबल ना गिराया जाए।
कांग्रेस विधायक विनय जयसवाल का कहना है, अगर किसी महिला के साथ दुष्कर्म होता है तो उसमें जिंदाबाद-मुर्दाबाद करने से बड़ी शर्म की बात नहीं हो सकती है. मामले का मुख्य आरोपी पकड़ लिया गया. पुलिस अपना काम कर रही है. यह कोई राजनीति का विषय नहीं है. भाजपा इसे सियासी मुद्दा बनाती है तो पुलिस का मनोबल गिराने का काम करेगी।