चेन्नई: द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की अध्यक्षता में रविवार को यहां हुई पार्टी की कार्यकारिणी समिति की बैठक में बाबासाहेब अंबेडकर की ‘मानहानि’ करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की कड़ी निंदा की गई। डीएमके ने पारित एक प्रस्ताव में आरोप लगाया कि शाह ने डॉ. अंबेडकर के बलिदान को कलंकित किया है, जो ‘अस्वीकार्य’ है और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासन के तहत संसदीय लोकतंत्र पर एक धब्बा है।
डीएमके ने बीजेपी पर लगाया 'ध्यान भटकाने' का आरोप
डीएमके की कार्यकारी समिति की बैठक में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया, "यह शर्मनाक है कि देश के गृह मंत्री ने लोकतंत्र के मंदिर में इस प्रकार की अपमानजनक बात की। संसद के अंदर और बाहर बीजेपी द्वारा इस मुद्दे से ध्यान भटकाने का नाटक अत्यंत हास्यास्पद है।" पार्टी ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं तथा संसद के दोनों सदनों में मंत्री का विरोध करने के लिए सांसदों की सराहना की।
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के बयान की कड़ी निंदा करते हुए 12 प्रस्ताव पारित किए गए। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने आगामी चुनावों की रणनीति पर जोर दिया। वहीं, अभिनेता से नेता बने विजय के बयान पर भी सीएम स्टालिन ने करारा जवाब दिया।
बैठक में तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने पार्टी की सोशल मीडिया उपस्थिति को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमारा गठबंधन हर दिन मजबूत हो रहा है। 2026 में हमारी जीत सिर्फ तमिलनाडु के लिए नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए होगी।"