लातूर (महाराष्ट्र): सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने रविवार को विश्व पटल पर लोकतंत्र के लिए ‘गंभीर’ चुनौती को लेकर चिंता जताई और कहा कि लोकतंत्र की हत्या उसके ही औजारों से की जा रही है। उन्होंने मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह अब आम आदमी की आवाज नहीं उठाता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को सड़कों पर विरोध प्रदर्शन, जन आंदोलन और सांस्कृतिक लड़ाई के माध्यम से बचाया जा सकता है।
योगेद्र यादव महाराष्ट्र के लातूर में ‘भारतीय लोकतंत्र की चुनौतियां और भविष्य’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे। कार्यक्रम में योगेंद्र यादव को ‘मनोहरराव गोमारे मेमोरियल नेशनल अवार्ड’ से भी सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाले सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को दिया जाता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगेंद्र यादव ने विश्व स्तर पर लोकतंत्र के सामने मौजूद ‘गंभीर’ चुनौतियों पर चिंता जताते हुए कहा कि लोकतंत्र की उसके ही औजारों का इस्तेमाल कर दिनदहाड़े हत्या की जा रही है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पदयात्रा ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के राष्ट्रीय संयोजक यादव ने कहा कि हम ‘लोकतंत्र बचाओ’ मैच भले ही हार गए हों लेकिन हमें सीरीज जीतने का पूरा भरोसा है।
मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि आज देश में राष्ट्रवाद, स्वाभिमान और सांस्कृतिक परंपराओं की प्रगतिशील बौद्धिक संपदा को स्वेच्छा से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को सौंप दिया गया है। यादव ने कहा, “जिन्होंने देश की आजादी के लिए खून की एक बूंद भी नहीं बहाई, वे आज राष्ट्रवाद के संरक्षक के रूप में घूम रहे हैं।”