मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में बस एक हफ्ते का वक्त बचा है। राज्य की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां ज्यादा से ज्यादा वोट पाने के लिए जी-जान से प्रचार में जुटी हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने इसी कड़ी में मंगलवार को मुंबई के कांदिवली और घाटकोपर में रैली की। बोरीवली विधानसभा के कांदिवली में रैली करते हुए अमित शाह ने महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी यानी एमवीए पर तीखे वार किए। शाह ने कहा, "सत्ता की लालची एमवीए गठबंधन की फिर से हार तय है, क्योंकि महाराष्ट्र की जनता मोदी जी के नेतृत्व वाली महायुति के साथ है।"
बोरीवली केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का क्षेत्र है। रैली के दौरान अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने संविधान के साथ जालसाजी कर बाबा साहेब का अपमान किया है। महाराष्ट्र के लोग आरक्षण-विरोधी एमवीए का सूपड़ा साफ करने वाले हैं।" इस दौरान शाह ने एलान किया कि बीजेपी के नेतृत्व में महायुति सरकार बनने पर मुंबई में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को बाहर निकाला जाएगा।
पीएम मोदी का वादा पत्थर की लकीर
अमित शाह ने कहा, "उत्तर मुंबई वसियों को राम-राम। आप सभी को एनडीए के 6 प्रत्याशियों को जिताना है। 23 नवंबर को महायुति की सरकार बनने जा रही है। मोदी जी का वादा पत्थर की लकीर है।" उन्होंने कहा, "हिमाचल, तेलंगाना, कर्नाटक में किए वादे पूरे नहीं हुए। बीजेपी ने जो जो वादे किए, वो पूरे किए हैं। हमने 370 हटाया और भारत को जोड़ा है। आगे भी देश को जोड़े रखने का काम करेंगे।"
गृहमंत्री ने कहा, "कुछ दिन पहले ही मैंने बीजेपी का संकल्प पत्र प्रदेश की जनता के सामने रखा। उसी दिन मल्लिकार्जुन खड़गे ने महा विकास अघाड़ी का घोषणा पत्र जनता के सामने रखा। उसके कुछ दिन पहले ही खड़गे ने अपनी ही पार्टी कांग्रेस को नसीहत दी कि वादे ऐसे करिए जो पूरे हो पाएं। क्योंकि महाराष्ट्र में अघाड़ी ने जो वादे किए हैं, वो भी पूरे नहीं करेगी।"
अब कश्मीर में कोई खतरा नहीं
रैली में अमित शाह ने कश्मीर और आर्टिकल 370 का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा, "पूरा देश मानता है कि कश्मीर, भारत का अभिन्न अंग है। हाल ही में सुशील शिंदे ने कहा कि यूपीए में जब मैं गृहमंत्री था, तब कश्मीर जाने में डर लगता था। अरे शिंदे साहब, आप अब कश्मीर चले जाओ, आपका बाल भी बांका नहीं होगा।"
गिनाईं अपनी सरकार की उपलब्धियां
अमित शाह ने रैली में मोदी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा, "2019 में हमने वादा किया था कि अगर बीजेपी की सरकार आई, तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। केंद्र में हमारी सरकार बनी और सीएए कानून भी बन गया। दशकों बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता मिली। साफ है कि हमारी सरकार जो वादे करती है, वो पूरे भी करती है।"
अमित शाह ने कहा, "दशकों से मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा देने का मांग थी। शरद पवार 10 साल केंद्र में मंत्री रहे और प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे, आपने क्या किया? खैर, उन्होंने तो नहीं किया, लेकिन हमारे पीएम मोदी ने मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा देकर महाराष्ट्र का सम्मान किया।"
राहुल गांधी या ठाकरे नहीं कर सकते महाराष्ट्र का विकास
अमित शाह ने कहा, "महाराष्ट्र का विकास राहुल गांधी, शरद पवार या उद्धव ठाकरे नहीं कर सकते। आप ये 5 साल महायुति को दीजिए। फिर देखिएगा राज्य में सब सुरक्षित रहेंगे। महा विकास अघाड़ी ने 'लाड़ली बहन' योजना का विरोध किया. ये लोग झूठे सरदार हैं। असल में महाराष्ट्र का विकास नरेंद्र मोदी काल में हुआ। आज विदेशी निवेश में महाराष्ट्र नंबर 1 है।"
धर्म के आधार पर शिक्षा और रोजगार में नहीं होगा आरक्षण
इससे पहले घाटकोपर में रैली करते हुए अमित शाह ने एलान किया कि राज्य में कहीं भी धर्म के आधार पर शिक्षा और रोजगार में आरक्षण नहीं होगा। धर्मांतरण विरोधी कानून को लेकर उन्होंने कहा, "महायुति की सरकार बनने के बाद एक कमिटी बनाई जाएगी। ये कमिटी सभी हितधारकों से चर्चा करेगी और इतने सख्त कानून बनाएगी, जिससे धर्म परिवर्तन न हो सके।"