मुंबई: पठानकोट आतंकी हमले से निपटने में सरकार के रुख को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि इससे ‘गलत ढंग से निपटा गया’। इसके साथ ही राहुल ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार का काम युद्धनीति बनाना है, दांवपेच तय करना नहीं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजित दोभाल की आलोचना करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘आतंकवाद, विदेश नीति के मामलों के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञों से सलाह नहीं ली जा रही। एनएसए (हमले से) सीधे तौर पर निपट रही है। उनका काम युद्धनीति बनाना है, दांवपेच तय करना नहीं..यह एनएसजी का काम है। जब आप किसी काम को करने का तरीका न जानने वालों को काम करने देते हैं तो आप समस्या में फंस जाते हैं।’
एक प्रबंधन संस्थान में यहां छात्रों से बातचीत कर रहे राहुल ने कहा कि वर्ष 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान तत्कालीन संप्रग सरकार ने पाकिस्तान को ‘पूरी तरह से किनारे कर दिया था’ लेकिन मौजूदा सरकार हमले से ‘जैसे-तैसे निपटी’। उन्होंने कहा, ‘आप आतंकी हमलों को पूरी तरह से रोक नहीं सकते लेकिन आप प्रतिक्रिया सही ढंग से दे सकते हैं। मुख्य बात यह है कि हम निपटते कैसे हैं। वर्ष 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान संप्रग सरकार ने सभी वरिष्ठ लोगों से संपर्क किया था। हमने पाकिस्तान को पूरी तरह से किनारे कर दिया था। अब इससे जैसे-तैसे निपटा जा रहा है।’ राहुल ने कहा, ‘हमने कश्मीर में शांति सुनिश्चित की।’ कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि सत्ता का भारी केंद्रीकरण हो गया है। उन्होंने कहा, ‘भारत के सामने आज सबसे बड़ी समस्या सत्ता का भारी केंद्रीकरण है। हर चीज को तीन या चार या पांच-छह लोगों द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। आप सत्ता का केंद्रीकरण करके समस्याएं नहीं सुलझा सकते।’