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अंबाला (हरियाणा): शंभू बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने बुधवार को अंबाला-लुधियाना रेल मार्ग बाधित कर दिया। लगभग दो हजार किसान 12 बजे के करीब शंभू रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। ऐसे में अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली 81 ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ।

इस दौरान सुरक्षा कारणों से 18 ट्रेनें पूर्णरूप से रद्द कर दी गईं, जबकि आठ ट्रेनों को बीच रास्ते में रद्द करना पड़ा। वहीं नौ ट्रेनों को बीच रास्ते में रोककर वापस लौटाया गया। इसके अलावा 46 ट्रेनों को बदले मार्ग से गंतव्य की ओर रवाना किया गया। ट्रेनों का संचालन प्रभावित होने से रेलयात्रियों को विभिन्न मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

स्टेशन पर ट्रेनों का इंतजार करते यात्री

पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शंभू बार्डर पर बुधवार की सुबह से ही किसानों का तांता लगा रहा। प्रदेश के विभिन्न जिलों से परिवार समेत किसान यहां जमा हुए। इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे किसानों ने अंबाला-लुधियाना रेल मार्ग बाधित कर दिया।

इससे पहले पंजाब पुलिस के जवानों ने किसानों को रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाए। किसानों की भीड़ देखकर पुलिस के हौसले पस्त हो गए और देखते ही देखते लगभग दो हजार किसान शंभू रेलवे स्टेशन के अंदर घुस गए और फिर रेलवे ट्रैक पर बेमियादी धरना शुरू कर दिया। दूसरी ओर ट्रेनों का संचालन बाधित होने से अंबाला स्टेशन पर भी यात्री परेशान नजर आए। पूछताछ केंद्र पर यात्रियों की भीड़ लगी रही।

चंडीगढ़ के रास्ते चलीं ट्रेनें

अंबाला-लुधियाना रेल खंड पर किसानों के धरने से यातायात बाधित होने के बाद रेलवे ने वाया चंडीगढ़ ट्रेनों का संचालन किया। लुधियाना की तरफ से आने और अंबाला की तरफ से लुधियाना जाने वाली ट्रेनाें को चंडीगढ़ के रास्ते गंतव्य तक भेजा गया। इसकी सूचना भी ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को दी जा रही थी। इस दौरान राजपुरा और सरहिंद की तरफ जाने वाले यात्रियों को बसों का सहारा लेना पड़ा।

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