चंडीगढ़: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार अमीरों पर तो बहुत मेहरबानी करती है लेकिन किसान और मजदूर उनकी प्राथमिकताओं में शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अमीरों का कर्जा और कर दोनों माफ किए। किसानों का कर्जा माफ करने में सरकार पीछे क्यों हट जाती हैं। देश का किसान यही सवाल आज मोदी सरकार से कर रहा है और अब इस सवाल का जवाब देने में भी केंद्र फिर पीछे हट रही है।
राहुल गांधी ने मंगलवार को कुरुक्षेत्र के पिहोवा अनाज मंडी में रैली को संबोधित कर रहे थे। यहां राहुल ने लोगों को पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी की याद दिलवाई। राहुल ने कहा कि केंद्र की नोटबंदी और जीएसटी दोनों ने आमजन से लेकर छोटे और मझोले व्यापारियों का काम कामकाज ठप कर दिया है। अब मोदी सरकार देश में कृषि का काला कानून लेकर आई है। जिसे किसानों पर जबरदस्ती थोप दिया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सरकार आते ही हम इन तीनों कृषि कानूनों को खत्म कर इसे रद्दी की टोकरी में डालेंगे। तब तक हम इस आंदोलन को जारी रखेंगे और इसके लिए हमें किसानों का साथ चाहिए।
राहुल ने मोदी सरकार पर गरीबों के लिए कुछ भी न करने और उन्हें चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि महामारी के दौर में जब मजदूर कड़कती धूप में पैदल ही अपने घरों की ओर चल पड़े थे, तब भी केंद्र सरकार ने इन गरीब मजदूरों की कोई सुध नहीं ली।
राहुल ने कहा कि केंद्र को सिर्फ देश के बड़े औद्योगिक घरानों की ही चिंता है। कृषि कानून के खिलाफ हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी समेत अन्य देशों का किसान सड़कों पर उतरा हुआ है। लेकिन सरकार न तो उनकी पीड़ा सुनना चाहती है और न ही उनका दर्द बांटना चाहती है। इतना ही नहीं सरकार ने इन कृषि कानूनों पर लोकसभा और राज्यसभा में भी चर्चा करानी उचित नहीं समझी।
केंद्र की यह सोच थी कि महामारी के इस दौर में इन कृषि कानूनों को पास करवा लिया जाएगा और किसान भी कुछ नहीं कह पाएंगे। मगर सरकार शायद यह भूल गई हिंदुस्तान का किसान कमजोर नहीं है। वह अपनी आवाज को बुलंद करना जानता है और कांग्रेस पार्टी पूरे देश में किसानों के साथ है।
इससे पूर्व रैली स्थल पर पहुंचे राहुल गांधी का कार्यकर्ताओं ने भारी उत्साह के साथ स्वागत किया। मंच पर पहुंचे राहुल गांधी को स्थानीय नेताओं द्वारा हल और तलवार देकर उन्हें सम्मानित किया गया। साथ ही राहुल गांधी को पगड़ी भी पहना कर उनका मान बढ़ाया गया।