चडीगढ़: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) और कुछ अन्य संस्थानों के छात्र आज (बुधवार) उस जाट आंदोलन के समर्थन में उतर आए जिससे सड़क एवं रेल यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पुलिस ने यद्यपि जनता के लिए असुविधा उत्पन्न करने के लिए 1000 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अन्य पिछडा वर्ग आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों को आज दिन में बातचीत के लिए बुलाया है। ये आंदोलन सोनीपत, भिवानी और हिसार जिलों तक फैल गया है। प्रभावित जिलों के कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। विरोध प्रदर्शन आज रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के बाहर हुआ जिसमें कई छात्रों ने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर नारेबाजी की।
विश्वविद्यालय के छात्र विश्वविद्यालय के गेट नम्बर दो के बाहर बैठ गए थे जहां से हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टेन अभिमन्यु के आवास की ओर रास्ता जाता है। प्रदर्शनकारियों की नाकेबंदी से रोहतक.दिल्ली सेक्शन पर रेल यातायाता बाधित हुआ तथा कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं या उनके मार्ग बदल दिये गए।आंदोलनकारी रोहतक से दिल्ली तक सड़क बाधित किये हुए हैं और उन्होंने सड़कों पर ट्रक, बस खड़ी कर दी हैं या सड़कों पर बस के टायर या पेड़ों की टहनियां रख दी हैं। सोनीपत, झज्जर की सड़कें भी यातायात के लिए बंद रही जबकि हिसार, जिंद और भिवानी जाने वाली सड़कों पर व्यवधान रहा। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित किया जो रोहतक जिले के सांपला से होकर गुजरता है। भिवानी में खाप नेताओं ने दादरी..झज्जर..दिल्ली सड़क सील कर दी और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। पुलिस ने आम लोगों एवं अन्य को असुविधा उत्पन्न करने के लिए 1000 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जाट आंदोलन के दौरान कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है जहां प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग बाधित किये हैं और रेल लाइनों पर बैठे हुए हैं। आंदोलन के मद्देनजर उत्तर पश्चिम रेलवे ने आज रोहतक.दिल्ली सेक्शन पर छह ट्रेनें रद्द कर दी और दो ट्रेनों के मार्ग बदल दिये। रेलवे के एक जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि जिन दो ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं उनमें श्रीगंगानगर.दिल्ली और श्रीगंगानगर..हावड़ा ट्रेन शामिल है।ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कल प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया था। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे चाहते हैं कि सरकार एक ठोस कार्ययोजना लेकर आये तब वे प्रदर्शन समाप्त करने पर विचार करेंगे। कैप्टेन अभिमन्यू ने कहा है कि भाजपा सरकार जाट नेताओं के साथ ‘खुले विचार’ से बातचीत के लिए तैयार है। उल्लेखनीय है कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण की जाटों की मांग के मुद्दे पर राज्य सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति अपनी रिपोर्ट 31 मार्च को सौंपेगी। खट्टर ने पहले कहा था कि सरकार मुख्य सचिव के नेतृत्व वाली समिति की रिपोर्ट के आधार पर कदम उठाएगी।