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नई दिल्ली: पुरानी पेंशन बहाली के लिए देशभर से आए लाखों कर्मियों ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में हुंकार भरी है। केंद्र और राज्य सरकारों के कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने 'पेंशन शंखनाद महारैली' में कहा, अगर सरकार अपनी जिद नहीं छोड़ती है तो 'वोट की चोट' के आधार पर 'पुरानी पेंशन' बहाल कराएंगे। सरकारी कर्मियों, पेंशनरों और उनके रिश्तेदारों को मिलाकर यह संख्या दस करोड़ के पार चली जाती है। चुनाव में बड़ा उलटफेर करने के लिए यह संख्या निर्णायक साबित होगी।

दो-तीन दिन पहले ही दिल्ली पहुंचने लगे थे कर्मचारी

इस रैली में केंद्र एवं राज्यों के कर्मचारी संगठनों ने भाग लिया। हालांकि रैली का आयोजन नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के बैनर तले हुआ है। एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि पुरानी पेंशन, कर्मियों का अधिकार है। वे इसे लेकर ही रहेंगे। दिल्ली का रामलीला मैदान, सरकारी कर्मियों से खचाखच भरा हुआ था।

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सत्यम शिवम सुंदरम हेडिंग के साथ एक लेख की तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली है, जिस पर यूजर्स खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं। हिंदुत्व की विचारधारा और इसमें निहित करुणा, प्रेम, त्याग, दया को रेखांकित करते लेख के एक हिस्से को भी उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर डाला है। बाकी हिंदी और अंग्रेजी में दो-दो पन्ने का दस्तावेज उन्होंने एक्स पर शेयर किया है।

इसमें राहुल गांधी ने लिखा है, "सत्यम् शिवम् सुंदरम्...एक हिंदू अपने अस्तित्व में समस्त चराचर को करुणा और गरिमा के साथ उदारतापूर्वक आत्मसात करता है, क्योंकि वह जानता है कि जीवनरूपी इस महासागर में हम सब डूब-उतर रहे हैं। निर्बल की रक्षा का कर्तव्य ही उसका धर्म है।'

बाकी जो तस्वीर उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर डाली है उसमें लिखा है, "एक हिंदू में अपने भय को गहनता में देखने और उसे स्वीकार करने का साहस होता है। जीवन की यात्रा में वह भयरूपी शत्रु को मित्र में बदलना सीखता है। भय उस पर कभी हावी नहीं हो पाता, वरन घनिष्ठ सखा बनकर उसे आगे की राह दिखाता है।

नई दिल्ली: लॉ कमीशन (विधि आयोग) ने केंद्र सरकार को सहमति से शारीरिक संबंध बनाने की उम्र कम करने के मुद्दे पर सुझाव दिया है। आयोग ने सुझाव दिया है कि यौन संबंधों के लिए सहमति की उम्र में बदलाव नहीं किया जाना चाहिए। इससे बाल विवाह और बाल तस्करी के खिलाफ लड़ाई पर नेगेटिव (नकारात्मक) असर पड़ेगा। देश में यौन संबंधों के लिए सहमति की उम्र अभी 18 वर्ष है।

पॉक्सो कानून के तहत शारीरिक संबंधों के लिए सहमति की उम्र पर लॉ कमीशन ने कानून मंत्रालय को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा कि 16 से 18 साल की आयु के किशोरों की ओर से मौन स्वीकृति से जुड़े मामलों में स्थिति को सुधारने के लिए संशोधनों की आवश्यकता है।

'कमजोर पड़ेगी बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई'

लॉ कमीशन के मुताबिक, शारीरिक संबंध के लिए सहमति की उम्र कम करने से बाल विवाह और बाल तस्करी के खिलाफ लड़ाई पर सीधा और नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इतना ही नहीं, कमीशन ने 16 से 18 साल की आयु के किशोरों की मौन स्वीकृति से जुड़े पॉक्सो मामलों में सजा के लिए न्यायिक विवेक लागू करने का सुझाव दिया है।

नई दिल्ली: संसद में पिछले सप्ताह बीजेपी के रमेश बिधूड़ी की ओर से दिए गए आपत्तिजनक बयान में निशाना बनाए गए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के सांसद कुंवर दानिश अली ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। अली ने पीएम मोदी से "अपनी चुप्पी तोड़ने" और "संसदीय मर्यादा के समर्थन और सुरक्षा" की दिशा में कदम उठाने को कहा। उन्होंने एक अन्य बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों को भी पलट दिया, जिन्होंने दावा किया था कि बिधूड़ी ने सांप्रदायिक अपशब्दों का सहारा लिया क्योंकि उन्होंने (दानिश अली) प्रधानमंत्री के संदर्भ में जातिवादी शब्दों का इस्तेमाल किया था। अली ने कहा कि यह बीजेपी सांसद थे जिन्होंने आपका (प्रधानमंत्री) संदर्भ देते समय "अनुचित भाषा" का इस्तेमाल किया था" और उन्होंने "ऐसी भाषा के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी।"

दानिश अली ने दावा किया कि, "सदन की कार्यवाही से यह स्पष्ट है कि सत्ता पक्ष के किसी भी सदस्य ने मेरे रुख पर आपत्ति नहीं जताई... हालांकि जब मैंने उठकर बिधूड़ी द्वारा आपके प्रति असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के बारे में बताया, तो वे भड़क गए और कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। संभवतः उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ।“

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