नई दिल्ली: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बीएसपी सांसद दानिश अली और बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी के मुद्दे पर सांसदों की शिकायतों को विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया है। गुरुवार (28 सितंबर) को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
चंद्रयान-3 की सफलता मसले पर लोकसभा में चर्चा के दौरान 21 सितंबर को रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। इसकी चौतरफा आलोचना हुई थी।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अपरूपा पोद्दार, डीएमके सांसद कनिमोझी और विपक्ष के कई अन्य सांसदों ने दानिश अली के प्रति एकजुटता दिखाई।
साथ ही बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी को लेकर बिरला को पत्र लिखकर बीजेपी सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इन सांसदों ने मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की मांग उठाई। वहीं बीजेपी ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
साथ ही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और रवि किशन ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा और दावा किया कि पहले दानिश अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने भी इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की मांग की।
निशिकांत दुबे ने क्या कहा?
अब दोनों ही मामले को विशेषाधिकार कमेटी के पास भेज दिया गया है। इसको लेकर निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, ''लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार। उन्होंने दानिश अली प्रकरण में लोकसभा सचिवालय की कमेटी को जांच का जिम्मा सौंपा। आज यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि लोकसभा में बीजेपी का बहुमत है।''
उन्होंने आगे कहा, ''पहले लोकसभा ने 2006 में आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस का जूता व माईक मारपीट, 2012 में सोनिया गांधी की मारपीट व 2014 में तेलंगाना बनने के समय फैटा फाईट व सांसद को घायल देखा, ना कमेटी बनी ना सजा हुई।''