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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस जाएंगे। विदेश मंत्रालय की प्रेस रिलीज के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कज़ान में आयोजित हो रहे 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर रूस की यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी 22-23 अक्टूबर 2024 तक रूस के दौरे पर रहेंगे। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में बताया कि अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के कज़ान में ब्रिक्स सदस्य देशों के अपने समकक्षों और आमंत्रित नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है। इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का विषय "न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना" है।

ये मंच नेताओं को प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा, "शिखर सम्मेलन ब्रिक्स द्वारा शुरू की गई पहलों की प्रगति का आकलन करने और भविष्य के सहयोग के लिए संभावित क्षेत्रों की पहचान करने का एक मूल्यवान अवसर प्रदान करेगा।"

नई दिल्ली (नरेन्द्र भल्ला): कनाडा और भारत के आपसी रिश्ते अब तक के अपने सबसे मुश्किल दौर में पहुंच गए हैं। कनाडा ने जिस तरह से भारत पर आरोप लगाये हैं,भारत ने भी उसी भाषा में कनाडा को जवाब दिया है। लेकिन राजनयिक हलकों में सवाल ये उठ रहा है कि दोनों देशों के बीच जिस तेजी से कड़वाहट बढ़ती जा रही है,उससे आगे बात बनेगी या बिगड़ेगी? इसलिये कि यहां मामला एकतरफा नहीं बल्कि दोतरफा है और अगर खटास बढ़ती गई,तो कई क्षेत्रों में दोनों ही देशों को खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

दरअसल,भारत और कनाडा के रिश्तों का दायरा कई क्षेत्रों में फैला हुआ है। यही कारण है कि इन संबंधों में खटास आने का असर इन क्षेत्रों पर पड़ सकता है। भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार लगभग 4 लाख 27 हज़ार भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ाई कर रहे हैं। अन्य देशों की तुलना में भारतीय छात्रों की संख्या कनाडा में सबसे अधिक है। हैरानी की बात तो यह है कि पिछले तीन सालों में कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या घटी नहीं है बल्कि सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इसमें बढ़ोतरी हुई है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दीपावली से पहले ही दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है। हवा की गुणवत्ता बुधवार को एक बार फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। दिल्ली-एनसीआर की हवा में पराली का धुआं घुलने की वजह से हर तरफ धुंध छाया हुआ है। दिल्ली और नोएडा के आसमान हर तरफ धुआं-धुआं नजर आ रहा है। इस जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है। प्रदूषण के मामले में बात अगर देश के टॉप 10 शहरों की करें तो पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनगर है। वहीं दिल्ली इस लिस्ट में खराब एयर क्वालिटी के साथ चौथे नंबर पर है। इनके अलावा ग्रेटर नोएडा छठे और नोएडा 7वें नंबर पर है।

द्वारका की हवा बहुत खराब, एक्यूआई 339 पार

देश के उन टॉप 10 शहरों की लिस्ट सामने आ गई है, जहां आज हवा बेहद खराब है। इसमें पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनगर है। दूसरे नंबर पर बहादुरगढ़, तीसरे नंबर पर हापुड़ और चौथे नंबर पर दिल्ली है। इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर सिंगरौली और छठे नंबर पर ग्रेटर नोएडा है। वहीं नोएडा इस लिस्ट में सातवें नंबर पर है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्र सरकार ने वीआईपी सुरक्षा से आतंकवाद निरोधी कमांडो बल एनएसजी को पूरी तरह हटाने और अत्यंत जोखिम वाले नौ अति महत्वपूर्ण लोगों (वीआईपी) की सुरक्षा अगले महीने तक सीआरपीएफ को सौंपने का आदेश दिया है। गृह मंत्रालय ने विशेष रूप से प्रशिक्षित जवानों की एक नई बटालियन को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वीआईपी सुरक्षा प्रकोष्ठ के साथ जोड़ने की स्वीकृति भी दी है। इस बटालियन को हाल में संसद सुरक्षा से हटाया गया था।

राजनाथ, योगी, मायावती समेत नौ वीआईपी की सुरक्षा में बड़ा बदलाव

सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के ‘ब्लैक कैट’ कमांडो द्वारा संरक्षित ‘जेड प्लस’ श्रेणी के नौ वीआईपी लोगों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, भाजपा नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह शामिल हैं।

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