(आशु सक्सेना) उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के खिलाफ बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने की कवायद शुरू हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जद(यू) के अध्यक्ष शरद यादव ने राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह से मुलाकात की है। चौधरी अजीत सिंह के घर दोपहर के भोजन पर हुई मुलाकात में उत्तर प्रदेश चुनाव में संयुक्त रुप से काम करने पर शुरुआती सहमति बन गई है। गौरतलब है कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी, प्रमुख प्रतिपक्ष बहुजन समाज पार्टी और भाजपा के बीच माना जा रहा है, जद(यू) प्रदेश में खासकर पश्चिम उत्तर प्रदेश में बजूद रखने वाले नेता राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह को साथ जोड़कर चुनाव में एक और दावेदारी खड़ी करने की कोशिश कर रहा है। दिलचस्प पहलू ये है कि जिस तरह नीतीश कुमार को बिहार का विकास पुरुष माना जाता है, कमोबेश उसी तरह की छवि अखिलेश यादव की उभरी है।फ़िलहाल फर्क सिर्फ इतना है कि नीतीश कुमार इस बार नए गठबंधन के साथ फिर सत्ता पर काबिज़ हैं और अखिलेश को बिना किसी गठबंधन के सत्ता में वापसी का पहला इम्तहान पास करना है।
जद(यू) के अध्यक्ष शरद यादव ने अपने धुर विरोधी अजित सिंह से हाथ मिला कर उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के खिलाफ एक नया गठबंधन तैयार करने की कवायद शुरू की है। अपने प्रयास में उनको सफलता मिली ये तो चुनाव नतीज़ों के बाद तय होगा। फिलहाल ये कहा जा सकता है कि ये गठबंधन धर्म निरपेक्ष मतों को विभाजित करने की ही भूमिका में नज़र आ रहा है, जिस तरह बिहार सपा नज़र आया था। लेकिन चुनाव नतीजे प्रदेश के विकास पुरुष के पक्ष में गए। j जद(यू) ने आज दिल्ली में उत्तर प्रदेश की चुनावी रणनीति पर काफी मशक्क़त की।अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर मिलकर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। सिविल सोसाइटी से जुड़े मुसलिम बुद्धिजीवियों ने भी मुख्यमंत्री से मिलकर महागठबंधन की कोशिशों पर सहमति जताई है। पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ अय्यूब अंसारी भी गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल सकते हैं। रालोद अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार चुनाव में प्रचार की कमान संभालने वाले प्रशांत किशोर से मुलाकात हुई है। मुलाकात के दौरान पूर्व सांसद जयंत चौधरी भी मौजूद थे। विधानसभा चुनाव में साथ चुनाव लड़ने पर चर्चा हुई है। यह यूपी महागठबंधन बनने की एक शुरुआत है। महागठबंधन में जद (यू) रालोद, अपना दल, पीस पार्टी, महान दल सहित सभी छोटी-बड़ी पार्टियों को शामिल चुनाव में जनता के सामने एक विकल्प देना चाहती है। महागठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने का विकल्प खुला है। पर इस बारे में कांग्रेस से चर्चा करने से पहले जद(यू) की कोशिश सभी छोटी पार्टियों को एकजुट करना है। ताकि, कांग्रेस के पास कोई विकल्प न बचे। जद (यू) महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई दलों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर साथ काम करने और चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। गुरुवार को पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ अय्यूब अंसारी मुलाकात करेंगे। डॉ अय्यूब अंसारी करीब एक सप्ताह पहले पटना में मुख्यमंत्री से मिले थे। यह सवाल किए जाने पर महागठबंधन में समाजवादी पार्टी भी शामिल होगी, उन्होंने कहा कि सपा किसी भी दल से गठबंधन करने से इनकार कर चुकी है। बिहार की तर्ज पर