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मुंबई: बॉलीवुड सितारों ने फादर्स डे के मौके पर अपने पिता के योगदान को याद किया और उन्हें शुक्रिया कहा। अमिताभ बच्चन, बिपाशा बसु, अजय देवगन और अक्षय कुमार जैसी शख्सियतों ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर पिता के प्रति अपने सम्मान का इजहार किया। मेगास्टार बच्चन ने लिखा, ‘‘आप अपने पिता से कितना प्यार करते हैं, इसका इजहार करते हुए एक ट्वीट या पोस्ट मुझे हैशटैग फादर्सडे2016 के जरिये भेजें।’’ उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, ‘‘फादर्स डे..लेकिन ये मेरे लिए रोज है..’’ देवगन एक एनजीओ गये और बच्चों को उपहार दिया। उन्होंने लिखा, ‘‘बेशुमार प्यार के लिए आपको शुक्रिया। मैं भाग्यशाली हूं कि फादर्स डे के मौके पर इतने सारे बच्चे मेरे साथ अपना प्यार बांट रहे हैं।’’ अक्षय के लिए फादर्स डे का मतलब उनके 13 वर्षीय बेटे आरव को युवक बनते हुए देखना है। अपने पिता की तस्वीर साझा करते हुए बिपाशा ने लिखा, ‘‘पापा आप दुनिया के सबसे अच्छे पिता हैं..शुक्रिया..आप से प्यार करती हूं..सभी को फादर्स डे की बधाई।’’ ईशा देओल ने अपने पिता धर्मेन्द्र के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।

मुंबई: अभिनेत्री सनी लियोन ने कहा है कि वह खुश हैं कि उन्हें बॉलीवुड में एक खास भूमिका में नहीं बंधना पड़ा है। सनी का कहना है कि शुरुआत में मुझे एक खास तरह से लिया गया था। लेकिन, अब मैं गर्व से कह सकती हूं कि लोगों ने मुझे स्वीकार किया है और मेरे पास अच्छा काम लेकर आ रहे हैं। मैं खुश हूं कि उद्योग में मुझे एक खास भूमिका में नहीं बांधा गया।' कामुक थ्रिलर फिल्म 'जिस्म 2' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली और 'रागिनी एमएमएस 2', 'एक पहेली लीला' और कई अन्य फिल्मों में नजर आ चुकीं सनी आगामी फिल्म 'लव यू आलिया' में एक आइटम नंबर में नजर आएंगी। फिल्म तलाक के मुद्दे पर आधारित है। इंद्रजीत लंकेश के निर्देशन में बनी यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी।

अहमदाबाद: उड़ता पंजाब के बाद गुजराती फिल्म 'सलगतो सवाल अनामत' - यानि आरक्षण एक सुलगता सवाल फिल्म अब सेंसर विवाद में फंसी है। पाटीदार आरक्षण आंदोलन की विषयवस्तु से जुड़ी कई फिल्में अब गुजराती फिल्म इंडस्‍ट्री या ढोलीवुड में बन रही हैं। लेकिन सलगतो सवाल अनामत फिल्म में सेंसर बोर्ड ने करीब 100 कट करने को कहा है। कई जगह पर पटेल शब्द हटाने को भी कहा है। फिल्म के निर्माताओं के अनुसार बोर्ड का कहना है कि इसमें बाबा साहब अंबेडकर का नाम और फिल्म के लीड केरेक्टर के आंदोलन से जुड़े एक नेता जैसे लगने से कानून व्यवस्था का प्रश्न हो सकता है। इस फिल्म के निर्देशक राजेश गोहिल का कहना है कि ये फिल्म हार्दिक पटेल पर आधारित नहीं है। इसमें पाटीदार आरक्षण का एक अलग नजरिया लिया गया है। इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है जो बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ है। दूसरी फिल्म पावर ऑफ पाटीदार तो 22 साल के हार्दिक पटेल पर आधारित है। इसलिए इस फिल्म के निर्माताओं को अभी से लगने लगा है कि उनकी फिल्म भी सेंसर के विवादों में फंस सकती है। अब सरकार उनकी फिल्म का विरोध न करे इसलिए उन्होंने एक खत लिखकर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को पहले ही फिल्म देखने का न्यौता दिया है।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आज (गुरूवार) एक एनजीओ के उस अनुरोध पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया जिसमें फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को रिलीज किये जाने पर रोक लगाने की मांग की गयी थी। न्यायालय ने कहा कि याचिकाकर्ता इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से संपर्क कर सकता है जिसने इस मामले में गौर किया है। न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल एवं न्यायमूर्ति नागेश्वर राव की अवकाशकालीन पीठ ने गैर सरकारी संगठन ह्यूमन राइट्स अवेयरनैस एसोसिएशन को यह स्वतंत्रता दी कि वह अपना अनुरोध लेकर हाई कोर्ट से सम्पर्क कर सकते हैं। पीठ ने कहा, ‘हम मामले में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। हम इसके गुण दोष में नहीं जाएंगे। याचिकाकर्ता को यह छूट दी जाती है कि वह पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट जा सकता है जो इस मामले पर गौर कर रहा है।’ एनजीओ ने कल सुप्रीम कोर्ट के द्वार जाकर फिल्म को जारी करने पर रोक लगाने का अनुरोध किया था। उसके अन्य अनुरोध पर दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्माता को निर्देश दिया था कि वह बंबई हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए इसके प्रोमो में सुधार करे। शीर्ष न्यायालय के समक्ष दाखिल याचिका में कहा गया था कि फिल्म पर इस आधार पर रोक लगायी जाए कि इसे पंजाब राज्य को गलत रोशनी में पेश किया गया है। बंबई उच्च न्यायालय ने 13 जून को ‘उड़ता पंजाब’ फिल्म के प्रदर्शन का मार्ग प्रशस्त करते हुए निर्माता को फिल्म से पेशाब करने वाले एक दृश्य को निकालने तथा यह संशोधित घोषणा दिखाने को कहा था जिसमें उसे पाकिस्तान का उल्लेख हटाना पड़ेगा।

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