नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अपनी अन्य प्रतियोगिताओं की तरह भारत में होने वाली विश्व टी20 चैम्पियनशिप के दौरान भी डोप परीक्षण कराएगा। टूर्नामेंट निदेशक एमवी श्रीधर ने यह जानकारी दी। श्रीधर ने कहा, ‘डोप परीक्षण लंबे समय से आईसीसी प्रतियोगिताओं का हिस्सा रहे हैं। सभी आईसीसी प्रतियोगिताओं में डोप परीक्षण होते हैं और यह कोई नयी चीज नहीं है।’ श्रीधर ने स्पष्ट किया कि हाल में खेल जगत को झकझोरने वाले डोपिंग प्रकरणों के कारण आईसीसी ने यह कदम नहीं उठाया बल्कि 2011 से ही डोप परीक्षण किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी ऐसा नहीं कहा कि डोप परीक्षण में विफल रहने के कारण ऐसा किया जा रहा है क्योंकि ऐसा लंबे समय से किया जा रहा है।’ श्रीधर ने कहा, ‘आईसीसी प्रतियोगिताओं में 2011 से डोप परीक्षण हो रहा है। उनकी (अन्य खेलों की) अपनी डोपिंग रोधी एजेंसी है लेकिन आईसीसी वाडा का हिस्सा नहीं है और क्रिकेटरों ने रहने के स्थान संबंधी नियम पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।’
श्रीधर ने बताया कि 2012 में श्रीलंका में विश्व टी20 के दौरान भारतीय टीम का डोप परीक्षण हुआ था।