लॉस एंजिलिस: टेनिस की दुनिया से एक खबर चौंकाने वाली है। टेनिस की पूर्व नंबर वन खिलाड़ी और पांच बार ग्रैंड स्लैम विजेता रहीं मारिया शारापोवा ने एक खुलासा कर सबको चौंका दिया है। उन्होंने यह कबूला है कि वो ऑस्ट्रेलियन ओपन के ड्रग टेस्ट में फेल हो गईं थीं। शारापोवा ने यह खुलासा सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। पांच बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन मारिया शारापोवा ने खुलासा किया कि वह आस्ट्रेलियाई ओपन में एक डोप टेस्ट में नाकाम रही लेकिन अभी उसे पता नहीं कि इस ‘भारी चूक’ की उसे क्या सजा मिलेगी । रूस की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ने कल कहा कि विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी की प्रतिबंधित दवाओं की सूची में इस साल हुए बदलाव के कारण उससे यह गलती हुई । उसे अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ अस्थायी तौर पर निलंबन की सजा सुना सकता है । इस बीच अमेरिकी खेल सामान निर्माता कंपनी नाइके ने कहा कि फिलहाल वह इस टेनिस स्टार के साथ अपने संबंधों पर विराम लगायेगा।
नाइके ने एक बयान में कहा ,‘ हम मारिया शारापोवा के बारे में मिली खबर से हैरान और दुखी हैं । हमने जांच पूरी होने तक उसके साथ संबंध निलंबित करने का फैसला किया है ।’ शारापोवा को मेल्डोनियम के सेवन का दोषी पाया गया । उसका कहना है कि वह 2006 से यह दवा ले रही है लेकिन उसे प्रतिबंधित दवाओं की सूची में इसी साल शामिल किया गया । उसने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘ मैं डोप टेस्ट में नाकाम रही और इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती हूं । मैने भारी गलती की और अपने प्रशंसकों को निराश किया । मैने अपने खेल को शर्मसार किया जिससे मुझे बेपनाह मुहब्बत है ।’ उसने कहा ,‘ मुझे पता है कि इसके मुझे परिणाम भुगतने होंगे लेकिन मैं इस तरह से अपना कैरियर खत्म नहीं करना चाहती । उम्मीद है कि मुझे दोबारा टेनिस खेलने का मौका मिलेगा ।’ इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन ने एक स्टेटमेंट जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि शारापोवा का टेस्ट 26 जनवरी को पॉजिटिव पाया गया था। आईटीएफ के मुताबिक इस टेस्ट के रिजल्ट और शारापोवा के ड्रग लेने की बात कबूल करने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। 12 मार्च से यह लागू हो जाएगा।' पांच बार ग्रैंड स्लैम चैंपियन का खिताब जीत चुकी शारापोवा को अस्थायी तौर पर आगे की कार्रवाई के लिए 12 मार्च से निलंबित कर दिया गया है। फोर्ब्स की सूची के मुताबिक पिछले 11 सालों में शारापोवा सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली महिला एथलीट रही हैं। अगस्त 2005 में वह पहली बार दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनीं और फिलहाल वह रैंकिंग में सातवें पायदान पर हैं।