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बेंगलुरु: दुनिया की दूसरे नंबर की भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल रियो ओलंपिक में भाग लेने के लिये तब तक चोटों से दूर रहना चाहती हैं। साइना पैर की चोट से उबर रही हैं। उन्होंने साक्षात्कार में कहा, ‘पिछली बार मैं भाग्यशाली रही और कांस्य पदक जीतने में सफल रही। इसलिये उम्मीद है कि इस बार अगर मैं खेलती हूं तो कम से कम देश के लिये एक पदक जीतूं। मैं रियो ओलंपिक में भाग लेने के लिये चोटों से दूर रहने की उम्मीद लगाये हूं।’ उन्होंने कहा, ‘भारत के लिये तीसरी बार इन खेलों में प्रतिनिधित्व करना गौरव का क्षण होगा। ’इस चोट के कारण साइना ने बैडमिंटन एशिया टीम चैम्पियनशिप से हटने का फैसला किया, इसके अलावा वह लखनउ ओपन और दक्षिण एशियाई चैम्पियनशिप में भी नहीं खेलीं। यह पूछने पर कि क्या भारतीय रियो ओलंपिक से स्वर्ण पदक की उम्मीद कर सकते हैं तो उन्होंने कहा, ‘देखते हैं, मैं भविष्यवाणी नहीं कर सकती। मैं भगवान नहीं हूं कि क्या होगा, इसकी भविष्यवाणी कर सकूं लेकिन मैं कड़ी मेहनत करूंगी और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी।’

साइना ने कहा, ‘मैंने पीबीएल और दक्षिण एशियाई चैम्पियनशिप तथा कुछ अन्य टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया क्योंकि मैं फरवरी तक पूरी तरह फिट होना चाहती थी। मैं जानती थी कि जून के बाद मेरे पास उबरने के लिये समय नहीं होगा। मैं अब बेहतर खेल रही हूं। देखते हैं कैसा चलता है।’

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