मीरपुर: श्रीलंका एशिया कप टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में आज यहां नौ विकेट पर 138 रन बनाकर भारत को जीत के लिए 139 रन का लक्ष्य दिया। भारत ने 5 विकेट खोकर 19.2 ओवर में 142 रन बनाकर श्रीलंका को पांच विकेट से पराजित किया। इस जीत के साथ ही भारत एशिया कप टी-20 के फाइनल में पहुंच गया है। प्रारभिक झटकों के बावजूद एक बार फिर विराट कोहली ने इस जीत में अहम भुमिका निभाया। कोहली ने 47 बॉल में 56 रन बनाये। वहीं युवराज सिंह चौथे विकेट के रूप में 18 बॉल पर ताबड़तोड़ 35 रन बनाये। पांड्या पांचवे विकेट के रूप में 2 रन बनाकर आउट हो गए। भारत के तेज और स्पिन मिश्रित आक्रमण के सामने शीर्ष क्रम के जूझने के बाद पुछल्ले बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान से श्रीलंका एशिया कप टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में आज यहां नौ विकेट पर 138 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में सफल रहा। भारत ने 5 विकेट खोकर 16 ओवर में 125 रन बना लिये हैं। पांड्या पांचवे विकेट के रूप में 2 रन बनाकर आउट हो गए। चौथे विकेट के रूप में युवराज सिंह ने 18 गेंदों पर ताबड़तोड़ 35 रन बनाये।
सुरेश रैना 25 रन बनाकर तीसरे विकेट के रूप में आउट हुए। रोहित शर्मा 14 बॉल पर 15 रन बनाकर आउट हो गए। पहला विकेट शिखर धवन के रूप में गिरा। धवन 1 रन बनाकर आउट हुए। दोनों ही विकेट श्रीलंका के गेंदबाज कुलशेखरा ने लिए हैं। श्रीलंका की तरफ से चमारा कापुगेदारा ने सर्वाधिक 30 रन बनाये लेकिन डेथ ओवरों में मिलिंदा श्रीवर्धना (17 गेंद पर 22 रन) तिसारा परेरा (छह गेंद पर 17 रन) और नुवान कुलशेखरा (नौ गेंद पर 13 रन) की पारियों से उसकी टीम लगातार विकेट गंवाने के बावजूद कुछ अच्छे स्कोर तक पहुंच पायी। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांडया औरारविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट लिये। शेर ए बांग्ला स्टेडियम की पिच पर घास थी और महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित करने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखायी। श्रीलंका के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को फिर से परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में दिक्कत हुई और उसने स्पिन आक्रमण शुरू होने से पहले अपने चार विकेट 31 रन पर गंवा दिये थे। आशीष नेहरा फिर से शुरू में भारत को सफलता दिलाने में सफल रहे। बायें हाथ के इस तेज गेंदबाज की अपने दूसरे ओवर में की गयी गुडलेंथ गेंद दिनेश चांदीमल (चार) के बल्ले को चूमती हुई धोनी के दस्तानों में समा गयी। बुमराह ने अगले ओवर में नये बल्लेबाज शेहान जयसूर्या (तीन) को खूबसूरत गेंद पर विकेट के पीछे कैच कराया। कापुगेदारा भाग्यशाली रहे क्योंकि नेहरा की उनके खिलाफ की गयी पगबाधा की विश्वसनीय अपील अंपायर ने ठुकरा दी थी जबकि रीप्ले से लग रहा था कि वह आउट थे। तिलकरत्ने दिलशान (18) पावरप्ले समाप्त होने के तुरंत बाद पहले बदलाव के रूप में आये पांड्या की पहली गेंद पर ही पवेलियन लौट गये। पांडया ने बाउंसर किया जिसे दिलशान ने पुल कर दिया लेकिन वह सीधे फाइन लेग पर खड़े अश्विन के पास चला गया। पांड्या ने पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच की अपनी आखिर दो गेंद पर विकेट लिये थे। इस तरह से वह तीन गेंदों पर तीन विकेट लेने में सफल रहे लेकिन इसे हैट्रिक नहीं माना जाएगा क्योंकि उन्होंने दो मैचों में तीन विकेट लिये। पांडया ने इसके बाद भी अपनी अच्छी गेंदबाजी जारी रखी और दिलशान के बाद कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (19 गेंद पर 18 रन) का कीमती विकेट हासिल किया जिन्होंने गेंद अपने ही विकेट पर खेल दी थी। जब भारतीय गेंदबाज पूरी तरह से हावी थे तब श्रीवर्धना ने रविंद्र जडेजा पर गेंदबाज के सिर के उपर से लंबा छक्का और फिर फाइन लेग पर चौका जड़कर दबाव कम करने की कोशिश की। अश्विन ने श्रीवर्धना के तेवरों पर विराम लगाया और इस तरह से कापुगेदारा के साथ उनकी 43 रन की साझेदारी का अंत भी किया। बुमराह ने इसके तुरंत बाद कापुगेदारा को पवेलियन भेजा जिन्होंने 32 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके लगाये। पांडया ने कवर पर उनका खूबसूरत कैच लपका। तिसारा परेरा ने बुमराह पर दो चौके और अश्विन पर छक्का जड़ा लेकिन धोनी ने वाइड गेंद पर उन्हें स्टंप आउट कर दिया। नुवान कुलशेखरा ने नेहरा के आखिरी ओवर में दो चौके लगाये।